Sikh Woman Converts To Islam In Pakistan: पंजाब की एक 48 साल की सिख महिला अचानक पाकिस्तान में लापता हो गई. वह गुरु नानक देव जी के 556वें प्रकाश पर्व पर गए सिख जत्थे का हिस्सा थी. लेकिन पाकिस्तान पहुंचने के बाद कहानी अचानक बदल गई. अब खबर है कि उस महिला ने इस्लाम कबूल कर लिया है, अपना नया नाम रखा है और पाकिस्तान के शेेखूपुरा जिले में एक व्यक्ति से निकाह कर लिया है. मामला सामने आते ही पंजाब पुलिस, SGPC और भारत की खुफिया एजेंसियों में हड़कंप मच गया है.
पाकिस्तान पुलिस का दावा- ‘अपनी मर्जी से शादी की’
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की लाहौर पुलिस का कहना है कि सरबजीत कौर, जो अब नूर हुसैन के नाम से जानी जा रही हैं, ने 5 नवंबर को 43 साल के नासिर हुसैन से निकाह किया. यह वही दिन था जब वह 1,931 लोगों के सिख जत्थे के साथ पाकिस्तान पहुंची थीं. लाहौर के एक अफसर ने बताया कि उसने कहा कि वह अपनी इच्छा से इस्लाम में शामिल हुई है और अपनी मर्जी से शादी की है. पुलिस का कहना है कि यह जोड़ा अब छिप गया है और उनकी तलाश की जा रही है.
Sikh Woman Converts To Islam In Pakistan: निकाह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
सोशल मीडिया में 18 सेकंड का वीडियो चल रहा है जिसमें सरबजीत कहती दिख रही हैं कि वह अपनी मर्जी से धर्म बदल रही हैं. वीडियो में वह कहती हैं कि मैं नासिर को नौ साल से जानती हूं. मैं तलाकशुदा हूं और अपनी इच्छा से निकाह कर रही हूं. हालांकि, प्रभात खबर इस वीडियो की स्वतंत्र पुष्टि नहीं कर सका. भारतीय पंजाब में अधिकारियों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर वायरल निकाहनामा में उसका नया नाम नूर हुसैन लिखा है और पता हकाल मौकीन गांव, शेेखूपुरा दर्ज है.
Watch the video of Sarbjit Kaur, where she is accepting the Nikah with Pakistani national Nasir Hussain.
— Ravinder Singh Robin ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਰੌਬਿਨ (@rsrobin1) November 15, 2025
Sarbjit, a Sikh pilgrim from Indian Punjab, went missing during a pilgrimage to Pakistan and later surfaced after reportedly converting to Islam and marrying Nasir Hussain of… pic.twitter.com/rGtwaqjcAV
उसकी गुमशुदगी का पता 13 नवंबर को तब चला जब जत्था भारत लौटा और वह सूची में गायब थी. जांच में सामने आया कि सरबजीत अमनिपुर में अपने दो बेटों के साथ रहती थी, जबकि उसके पूर्व पति करनैल सिंह पिछले 15 साल से इंग्लैंड में रह रहे हैं.
भारतीय एजेंसियों में हलचल
यह मामला सामने आते ही SGPC और भारत की खुफिया एजेंसियां हरकत में आ गईं. अब सभी यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि सरबजीत ने यह कदम क्यों उठाया. कपूरथला के SSP गौरव तूरा ने बताया कि वह इस गंभीर मामले पर केंद्रीय एजेंसियों से लगातार संपर्क में हैं. पुलिस टीम अमनिपुर गांव जाकर सरबजीत के बेटों से भी बात कर चुकी है. अधिकारियों का कहना है कि यह भी जांच हो रही है कि क्या वह इससे पहले पाकिस्तान अन्य रास्तों, जैसे करतारपुर कॉरिडोर, से गई थी. SGPC सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि तीर्थयात्रियों के नाम केवल SGPC भेजती है, बाकी सुरक्षा और वेरिफिकेशन की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है. उन्होंने कहा कि एजेंसियों को पता होना चाहिए था कि महिला पहले से पाकिस्तान के एक शख्स से संपर्क में थी. यह यात्रा पहले से प्लान लगती है. SGPC ने महिला के फैसले की निंदा की और कहा कि इससे सिख समाज की भावनाएं ठेस पहुंची है.
महिला का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड
पंजाब पुलिस ने बताया कि सरबजीत पर बठिंडा और कपूरथला में धोखाधड़ी के तीन मामले दर्ज हैं. उसके पासपोर्ट में उसका स्थायी पता मलोट, जिला मुकतसर लिखा है. एक अधिकारी ने बताया कि उसने पाकिस्तान वीजा फॉर्म में न तो अपनी नागरिकता और न ही पासपोर्ट नंबर भरा, जो काफी हैरान करने वाली बात है. उसके दोनों बेटों पर भी धोखाधड़ी, झगड़ा और ठगी के कुल 10 केस दर्ज हैं. गांव वाले और रिश्तेदार अभी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं.
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