नयी दिल्ली : कोरोना के खौफ से पूरी दुनिया कराह रही है. हर तरफ दहशत का माहौल है. भारत में भी इसकी दस्तक हो चुकी है. इस जानलेवा वायरस की चपेट में आकर 2 लोग काल के गाल में समा चुके हैं. कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 96 तक पहुंच चुका है. केंद्र सरकार ने कोरोना को राष्ट्रीय आपदा तक घोषित कर दिया है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना को खिलाफ अभियान में जुटे हैं.
इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम 5 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए SAARC देशों से चर्चा करेंगे. जिसमें श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबया राजपक्ष, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोली, भूटान के प्रधानमंत्री, नेपाल के प्रधानमंत्री शामिल होंगे. वहीं, पाकिस्तान की ओर से प्रधानमंत्री इमरान खान के सहायक डॉ जफर मिर्जा वीडियो कॉन्फ्रेंस में भाग लेंगे.
दक्षेस नेताओं के साथ आने से प्रभावकारी नतीजे आएंगे- मोदी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि दक्षेस नेताओं के साथ आने से प्रभावकारी नतीजे आएंगे और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में नागरिकों को फायदा होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह एक स्वस्थ ग्रह के लिए समय पर की जाने वाली कार्रवाई है. इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने यह घोषणा की थी कि कि क्षेत्र में कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए एक मजबूत साझा रणनीति का खाका खींचने के वास्ते सभी दक्षेस सदस्य देशों की वीडियो कांफ्रेंस में भारत का नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी करेंगे.
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘कल शाम पांच बजे दक्षेस देशों के नेता वीडियो कांर्फेंसिंग के जरिए कोविड-19 की चुनौती से निपटने का खाका तैयार करने पर चर्चा करेंगे.” उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि हमारे साथ आने से प्रभावकारी नतीजे आएंगे और हमारे नागरिकों को लाभ मिलेगा.”
पीएम मोदी ने किया था ट्वीट : शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सभी सार्क देशों को इस वायरस के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ने को कहा था. इसके बाद अब कई देशों ने भारतीय प्रधानमंत्री की मुहिम का समर्थन किया. श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे ने ट्वीट कर लिखा कि कोरोना वायरस के मसले पर श्रीलंका बात करने को तैयार है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे वक्त पर शानदार मुहिम की शुरुआत की है.
भूटान के प्रधानमंत्री ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम का समर्थन किया. उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा कि इसे ही नेतृत्व कहते हैं. क्षेत्र के सदस्य के तौर पर हमें साथ आना चाहिए, वरना इससे इकॉनोमी को नुकसान हो सकता है.
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ने प्रधानमंत्री के इस प्रस्ताव पर कहा कि हमारी सरकार इस मुहिम में साथ देने के लिए तैयार है.
मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया किया और ट्वीट में लिखा कि कोरोना वायरस को हराने के लिए सभी को एकसाथ आने की जरूरत है. हम क्षेत्रीय एकता दिखाने की मुहिम का समर्थन करते हैं.
पूरी दुनिया कर रही नमस्ते : पूरी दुनिया में कोरोना का खौफ इस कदर बढ़ गया है कि हर कोई अब हाथ मिलाने की जगह भारतीय संस्कृति का सहारा लेकर एक-दूसरे को नमस्ते कर रहे हैं. गुरुवार को व्हाइट हाउस में वाशिंगटन की यात्रा पर आए आयरलैंड के प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक दूसरे को नमस्ते करते दिखे.