India Operation Sindoor Noor Khan Airbase Pakistan: पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने माना है कि 10 मई की सुबह भारतीय वायुसेना ने नूर खान एयरबेस पर हमला किया था. यह बयान ऐसे समय सामने आया है, जब भारत-पाकिस्तान संबंधों में मई 2025 के चार दिवसीय सैन्य टकराव को लेकर दोनों देशों के दावों और जवाबी दावों पर लगातार बहस चल रही है. इस संघर्ष के आठ महीने बाद पहली बार पाकिस्तान ने सार्वजनिक रूप से भारत की एक सैन्य कार्रवाई को स्वीकार किया है, जो अब तक इस्लामाबाद की आधिकारिक भाषा में सीधे तौर पर नहीं कही गई थी.
डार के अनुसार, यह हमला दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के दौरान हुआ, जिसने चार दिनों तक चले सशस्त्र संघर्ष को और तेज कर दिया. डार ने यह भी स्पष्ट किया कि मई में हुए इस टकराव के दौरान पाकिस्तान ने भारत से मध्यस्थता के लिए कोई औपचारिक अनुरोध नहीं किया था. हालांकि, डार का दावा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहल जरूर हुई थी. उनके मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने खुद भारत से बातचीत करने की इच्छा जताई थी.
डार ने बताया कि 10 मई की सुबह करीब 8:17 बजे उन्हें अमेरिकी विदेश मंत्री का फोन आया, जिसमें यह संदेश दिया गया कि भारत युद्धविराम के लिए तैयार है और पाकिस्तान की सहमति पूछी गई. डार के अनुसार, उन्होंने जवाब दिया कि पाकिस्तान कभी भी युद्ध नहीं चाहता था. इसके बाद सऊदी विदेश मंत्री ने भी उनसे संपर्क किया और भारत से बात करने की अनुमति मांगी, जिसके बाद युद्धविराम पर सहमति की पुष्टि हुई.
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने संघर्ष की पृष्ठभूमि पर बात करते हुए कहा कि भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था. यह कार्रवाई पहलगाम हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद की गई, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद आतंकी ढांचे को निशाना बनाया. इन हमलों के बाद दोनों देशों के बीच तीव्र सैन्य झड़पें शुरू हुईं, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति के साथ खत्म हुईं.
दुनिया जहां की और खबरों के लिए यहां क्लिक करें.
डार ने दावा किया कि भारत द्वारा भेजे गए 80 ड्रोनों में से पाकिस्तान ने 36 घंटे के भीतर 79 को मार गिराया था. उन्होंने कहा कि इसके बाद भारत ने 10 मई की सुबह नूर खान एयरबेस पर हमला किया, जिसे उन्होंने “गलती” करार दिया और कहा कि इसी के जवाब में पाकिस्तान ने अपनी सैन्य प्रतिक्रिया दी. उन्होंने यह भी दोहराया कि सात मई को हुए हवाई संघर्ष में पाकिस्तान ने सात भारतीय लड़ाकू विमानों को गिराया था, हालांकि इस दावे के समर्थन में उन्होंने कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया.
अपने बयान के अंत में डार ने पाकिस्तान के पुराने रुख को दोहराया कि दक्षिण एशिया में स्थायी शांति तभी संभव है, जब जम्मू और कश्मीर विवाद का समाधान निकाला जाए. उनके अनुसार, यह मुद्दा ही भारत-पाकिस्तान संबंधों में स्थिरता और शांति की कुंजी है.
ये भी पढ़ें:-
Top 5 Newsmakers Of 2025: ट्रंप से लेकर शुभांशु शुक्ला तक, ये 5 चेहरे रहे साल भर चर्चा में
आसिम मुनीर का शेख चिल्ली लॉजिक, देश छोड़कर जाने वाले डॉक्टर-इंजीनियर; पाकिस्तान का का ब्रेन गेन

