What is Autopen: अमेरिकी राजनीति में ‘ऑटोपेन’ नाम का तूफान मचा हुआ है. वर्तमान यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने पूर्ववर्ती राष्ट्रपति जो बाइडेन की हेल्थ को निशाना बनाकर इस मशीन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. उन्होंने वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के पास हुए हमले के बाद जो बाइडेन के द्वारा ऑटोपेन से साइन किए गए सभी कार्यकारी आदेश रद्द करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति की अनुमति के बिना कोई भी इसका उपयोग नहीं कर सकता, लेकिन जो बाइडेन के उनके इर्द गिर्द की मंडली ने उनके स्वास्थ्य का लाभ उठाया और कुछ भी साइन करवा लिया. ट्रंप ने कुछ समय पहले प्रेसिडेंशियल वॉक ऑफ फेम का उद्घाटन किया था, वहां भी बाइडेन की फोटो की जगह ऑटोपेन की फोटो लगी थी. थैंक्सगिविंग डे पर भी उन्होंने बाइडेन के द्वारा टर्की क्षमादान को अवैध बताया था. कुछ समय पहले उनकी रिपब्लिकिन पार्टी ने बाइडेन के ऑटोपेन को लेकर जांच भी की. लेकिन यह ऑटोपेन है क्या?
ऑटोपेन क्या है? (What is Autopen?)
ऑटोपेन एक मशीन है, जो असली स्याही का उपयोग करके हस्ताक्षरों की नकल करती है. इससे राजनेताओं या बड़ी हस्तियों को आदेश, लेटर से लेकर बड़े पैमाने पर होने वाले सामानों तक हर चीज पर आसानी से हस्ताक्षर करने में मदद मिलती है. ये प्रिंटर के आकार की मशीनें होती हैं, जिनमें एक आर्म लगा होता है. यह आर्म किसी भी सामान्य पेन या पेंसिल को पकड़ सकता है और उसे नीचे रखे कागज पर प्रोग्राम किए गए हस्ताक्षर को दोहराने के लिए इस्तेमाल करता है.
दुनिया में कई कंपनियां इसे बनाती हैं. अमेरिका में मैरीलैंड की द ऑटोपेन कंपनी है, जो ऐसी मशीनें बनाती है. उसके के अनुसार इन्हें 60 से अधिक वर्षों से विश्वविद्यालयों, सरकारी एजेंसियों और अन्य संस्थानों द्वारा उपयोग किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर ऑटोपेन मशीन के कई वीडियोज हैं. स्विटजरलैंड की एक घड़ी बनाने वाली कंपनी का वीडियो आप नीचे देख सकते हैं, जो एक सिग्नेचर की नकल कर रही है.
ऑटोपेन की शुरुआत कहां से हुई?
ऑटोपेन का प्रारंभिक रूप 19वीं सदी का पॉलीग्राफ उपकरण था, जिसमें एक व्यक्ति एक साथ दो पेन चला सकता था. इसका पेटेंट 1803 में अमेरिका में हुआ और अगले वर्ष इसका उत्पादन शुरू हुआ. राष्ट्रपति थॉमस जेफरसन ने इसे अपने कार्यकाल के दौरान और उसके बाद बड़े उत्साह से इस्तेमाल किया. एनपीआर की रिपोर्ट के अनुसार 1809 में जेफरसन ने कहा था कि पॉलीग्राफ के उपयोग ने मुझे पुराने कॉपी प्रेस से दूर कर दिया है. अब मैं बिना पॉलीग्राफ के नहीं रह सकता.
ऑटोपेन समय के साथ विकसित हुआ. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान वर्जीनिया की एक नौसेना टॉरपीडो फैक्ट्री में रॉबर्ट डी. शाजो जूनियर नामक एक व्यक्ति काम करता था. उसने ऑटोपेन के शुरुआती डिजाइन बनाए थे. उन्होंने इस तकनीक को विकसित किया और बाद में इसका व्यावसायिक उत्पादन शुरू किया. डी शाजो का पहला ऑर्डर नौसेना सचिव की ओर से आया था और जल्द ही यह मशीन सरकारी संस्थानों में आम हो गई. 1983 में द वॉशिंग्टोनियन को दिए इंटरव्यू में डी शाजो ने बताया कि वॉशिंगटन डी.सी. में लगभग 500 ऑटोपेन मशीनें उपयोग में थीं, जो कांग्रेस से लेकर कैबिनेट तक फैली हुई थीं.
किन अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने ऑटोपेन का उपयोग किया?
एनपीआर की रिपोर्ट के अनुसार, जेफरसन के बाद कई राष्ट्रपतियों ने किसी न किसी रूप में ऑटोपेन का उपयोग किया है. शापेल मैन्यूस्क्रिप्ट फाउंडेशन के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन और जेराल्ड फोर्ड के बारे में भी अफवाहें थीं कि उन्होंने ऑटोपेन का इस्तेमाल किया. लिंडन बी. जॉनसन को इस तकनीक को सार्वजनिक करने का श्रेय दिया जाता है, जब उन्होंने अपने कार्यकाल में इस मशीन की तस्वीरें लेने की अनुमति दी थी. 1968 में यह कहानी नेशनल इन्क्वायरर के कवर पर छपी, शीर्षक था- वॉशिंगटन का सबसे बड़ा राज़: वह रोबोट जो राष्ट्रपति की जगह बैठता है.
अमेरिका में राष्ट्रपति के लिए बना कानून
20वीं सदी के दूसरे हिस्से में, जॉन एफ. केनेडी, जिमी कार्टर और रिचर्ड निक्सन जैसे राष्ट्रपति ने लेटर्स और अन्य दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए ऑटोपेन का उपयोग किया. जॉर्ज डब्ल्यू. बुश प्रशासन पहले ही इस विषय पर कानूनी राय तैयार कर चुका था. 2005 में राष्ट्रपति के लीगल काउंसिल कार्यालय ने 29 पन्नों के दस्तावेज़ में कहा था- राष्ट्रपति को किसी विधेयक को कानून बनाने के लिए स्वयं शारीरिक रूप से हस्ताक्षर करने की आवश्यकता नहीं है. राष्ट्रपति किसी अधीनस्थ को निर्देश देकर ऑटोपेन से हस्ताक्षर करवा सकते हैं.
बुश ने स्वयं ऑटोपेन का उपयोग नहीं किया और 2005 में ईराक हमले को लेकर आपातकालीन कानून पर हस्ताक्षर करने के लिए रातभर उड़ान भरकर वॉशिंगटन लौट आए. हालाँकि, उनके रक्षा सचिव डोनाल्ड रम्सफेल्ड की आलोचना हुई क्योंकि उन्होंने इराक युद्ध में मारे गए सैनिकों के परिवारों को भेजे गए सैकड़ों सांत्वना पत्रों पर ऑटोपेन से हस्ताक्षर किए थे.
कानून पर दस्तखत करने के लिए ऑटोपेन का उपयोग किसने किया?
बराक ओबामा 2011 में ऐसे पहले जाने-माने राष्ट्रपति बने जिन्होंने ऑटोपेन का उपयोग कर किसी कानून पर हस्ताक्षर किए. उन्होंने यह काम फ्रांस में रहते हुए पैट्रियट एक्ट के विस्तार पर साइन करते समय किया. इस पर रिपब्लिकन आलोचकों ने आपत्ति जताई. बाइडेन ने भी इसका उपयोग किया. कई रिपोर्ट्स के अनुसार यहां तक माना जाता है कि ट्रंप ने भी अपने पहले कार्यकाल में इसका उपयोग किया था.
ट्रंप ने बनाया बड़ा मुद्दा
ऑटोपेन कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. हालांकि ट्रंप ने बाइडेन से शारीरिक रूप से अशक्त होने पर इसे मुद्दा बनाया था. बाइडेन को अपने स्वास्थ्य के कारण ही 2024 के चुनाव में ऐन वक्त पर राष्ट्रपति चुनाव से हटना पड़ा था. वहीं ट्रंप द्वारा ऑटोपेन पर नया विवाद वाशिंगटन डीसी में हुए हमले के बाद उठाया जा रहा है. व्हाइट हाउस के पास हुए इस हमले में दो नेशनल गार्ड घायल हुए हैं, जिनमें से एक की मौत हो गई है. इस हमले का संदिग्ध अफगानिस्तान से आया था, जो बाइडेन सरकार द्वारा 2021 में चलाए गए ऑपरेशन अलायज वेलकम के तहत आया था, जब अमेरिकी सेनाओं ने अफगानिस्तान से निकासी की थी. ट्रंप ने कहा कि बाइडेन ने यह आदेश ऑटोपेन से दिया था.
बाइडेन के खिलाफ होगी जांच
हालांकि ट्रंप ने अपने बयान में खुद भी माना कि ऑटोपेन का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इसकी तब तक अनुमति नहीं है, जब तक कि राष्ट्रपति द्वारा इसकी स्पष्ट मंजूरी न दी गई हो. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि बाइडेन के सहयोगियों ने उनसे राष्ट्रपति पद छीन लिया था. उन्होंने कहा कि ऑटोपेन चलाने वालों ने यह काम अवैध रूप से किया होगा. उन्होंने कहा कि बाइडेन ने यह सिग्नेचर नहीं किए होंगे, लेकिन अगर उन्होंने किया है, उन पर झूठी शपथ लेने का मुकदमा हो सकता है.
ये भी पढ़ें:-
इजरायल में हो रहा धर्मांतरण, एक साल में 3532 लोग बने यहूदी, इन देशों से आए

