न्यूयार्क : पत्रकारों की रक्षा से जुड़ी एक समिति के अनुसार इस साल दुनिया भर में कम से कम 70 पत्रकार काम के दौरान मारे गए. इनमें सीरिया में गृहयुद्ध की रिपोर्टिंग करते समय मारे गए 29 पत्रकार और इराक में मारे गए 10 पत्रकार शामिल हैं.
‘कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स’ के अनुसार सीरिया में मारे गए पत्रकारों में अपने गृहनगरों में चल रहे संघर्ष की रिपोर्टिंग कर रहे कई नागरिक पत्रकार, सरकार या विपक्ष द्वारा मान्यता प्राप्त मीडिया संगठनों के लिए काम कर रहे प्रसारक और विदेशी प्रेस के कुछ संवाददाता शामिल हैं. मारे गए विदेशी प्रेस के संवाददाताओं में अल जजीरा के रिर्पोटर मोहम्मद अल मेसलमा का नाम शामिल है जिन्हें एक बंदकूधारी ने गोली मार दी थी.मिस्र में छह पत्रकार मारे गए. इनमें से आधे से अधिक पत्रकार राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को सत्ता से हटाने का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर सरकारी सुरक्षा बलों द्वारा 14 अगस्त को की गयी कार्रवाई की रिपोर्टिंग करते समय मारे गए.
समिति के उपनिदेशक रुपर्ट मैहोने ने एक बयान में कहा, ‘‘पश्चिम एशिया पत्रकारों के लिए मौत का मैदान बन गया. जहां कुछ जगहों पर काम के दौरान मारे जाने वाले पत्रकारों की संख्या में कमी आयी वहीं सीरिया के गृहयुद्ध और इराक में दोबारा शुरु हुए सांप्रदायिक हमलों ने निराशाजनक रुप से यह संख्या बढ़ा दी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सभी सरकारों और सशस्त्र समूहों से संवाददाताओं के नागरिक के तौर पर स्तर का सम्मान करने और पत्रकारों के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए कहना चाहिए.’’ न्यूयार्क स्थित यह समिति 1992 से संवाददाताओं और प्रसारकों की मौतों पर नजर बनाए हुए हैं.