काठमांडो : मिर्जा गालिब को यहां एक विशेष कार्यक्रम में उनकी 218वीं जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये. नेपाल-इंडिया फ्रेंडशिप लाइब्रेरी में भारतीय दूतावास और बीपी कोइराला इंडिया-नेपाल फाउंडेशन ने काठमांडो में इस कार्यक्रम का संयुक्त रूप से आयोजन किया. कार्यक्रम की शुरुआत गालिब को उर्दू शायरी में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए श्रद्धांजलि देने के साथ हुई. इस अवसर पर सनत कुमार बस्ती ने गालिब की रचनाओं और योगदान की चर्चा की.
उन्होंने कहा कि गालिब ने 11 साल की उम्र से ही शायरी शुरू कर दी थी. कार्यक्रम में मनोज नेउपने, त्रिपुर पौडेल, अब्दुल मोमिन, मोमिला जोशी, गोपाल अश्क, इम्तियाज वफा, ज्ञानुवकर पौडेल और कृष्ण जंग राणा जैसे जाने माने कवि शामिल हुए. उन्होंने नेपाली और हिन्दी में अपनी कविताएं पढीं. इस अवसर पर अभय कुमार, प्रथम सचिव, प्रेस एवं संस्कृति, भारतीय दूतावास ने गालिब और नेपाली कवि लक्ष्मी प्रसाद देवकोटा पर अपनी कविता पढी. डॉ. कृष्ण जंग राणा द्वारा लिखी गयी किताब ‘धूपछाया’ का विमोचन भी इस अवसर पर किया गया जिसमें दर्जनों मधुर गजल हैं.