बीजिंग: भारत और चीन के बीच आज हुए एक सीमा समझौते में दोनों देशों के सैन्य मुख्यालयों के बीच एक हॉटलाइन स्थापित करने की बात कही गयी है. इसके अलावा, सीमा पर तैनात सैनिकों को इस बिंदु को भी अमल में लाने की जरुरत है कि वे विवादित सीमा के पास एक-दूसरे के गश्त दलों का पीछा नहीं करेंगे. सीमा रक्षा सहयोग समझौते (बीडीसीए) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास चिह्नित जगहों पर सीमा पर तैनात सैनिकों के बीच, चीन के प्रासंगिक सैन्य क्षेत्रों के अधिकारियों तथा भारत की थलसेना कमांडों के बीच और सैन्य अभियान के लिए जिम्मेदार विभागों के बीच बैठकों का प्रावधान है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके चीनी समकक्ष ली क्विंग के बीच हुई बातचीत के बाद बीडीसीए पर दस्तखत किए गए. बीडीसीए में कहा गया है कि दोनों पक्ष उन जगहों पर एक-दूसरे के गश्त दलों को पीछा नहीं करेंगे जहां एलएसी को लेकर एक जैसी समझ नहीं है.चीन में भारत के राजदूत एस जयशंकर ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि दोनों पक्ष इस मुद्दे पर चर्चा के लिए भी मिलेंगे कि सीमा पर तैनात जवानों और सभी क्षेत्रों में सैन्य संवाद को किस तरह मजबूत बनाया जाए.
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