बीजिंग : चीन ने आज परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता को सशर्त समर्थन की वकालत की लेकिन यह भी कहा कि इस मुद्दे पर ‘समझदारी एवं सावधानी’ बरतने की जरुरत है. चीन ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कल 48 सदस्यीय एनएसजी में भारत को शामिल करने का समर्थन किया था.
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमारा मानना है कि ऐसा समावेश व्यवस्था की निष्ठा एवं प्रभावशीलता के अनुकूल होना चाहिए और फैसला आम सहमति के आधार पर ही किया जाना चाहिए. हमने प्रासंगिक मुद्दों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर गौर किया है. प्रवक्ता ने कहा, हम नए सदस्यों को शामिल करने के मामले में समूह का समर्थन करते हैं और हम आगे के उपाय करने के लिए भारत का समर्थन करते हैं ताकि समूह में शामिल होने की शर्तें पूरी हो सकें.
वैश्विक अप्रसार एवं निर्यात नियंत्रक व्यवस्था की मजबूती की कवायद में भारत और अमेरिका ने कल एनएसजी, मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) और वासेनार व्यवस्था एवं ऑस्ट्रेलिया समूह में भारत के चरणबद्ध प्रवेश की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता जाहिर की थी. राष्ट्रपति ओबामा और प्रधानमंत्री मोदी के बीच नयी दिल्ली में हुई बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में यह बात कही गई थी.
