नयी दिल्लीःराजीव गांधी सरकार में गृह राज्यमंत्री रहे अरुण नेहरू का लंबी बीमारी के बाद बीती रात गुड़गांव के फॉर्टिस अस्पताल में देहांत हो गया. नेहरू 69 साल के थे. वो अपने पीछे पत्नी और 2 बेटियां छोड़ गए हैं. उनका अंतिम संस्कार आज दिल्ली में किया जाएगा.
कॉर्पोरेट जगत से करियर की शुरुआत करने वाले नेहरू को इंदिरा गांधी ने सियासत में उतारा. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 24 अप्रैल 1944 को पैदा हुए अरुण नेहरू ने अपने राजनीतिक करियर में अलग-अलग पार्टियों से चुनाव लड़े. उन्होंने कांग्रेस के अलावा जनमोर्चा, जनता दल और बीजेपी से चुनाव लड़ा. नेहरू 3 बार लोकसभा के लिए चुने गए.
अरुण नेहरू एक ऐसी शख्सियत जो न सिर्फ राजीव गांधी के मंत्रीमंडल में मंत्री रहे बल्कि एक ऐसे दोस्त और सलाहकार रहे जिसका असर राजीव पर साफतौर पर देखा जा सकता था और शायद यही वजह है कि राजीव के दौर के सबसे चर्चित बोफोर्स कांड में भी उनका नाम आया. बताया जाता है कि बोफोर्स के अधिकारी मार्टिन की डायरी में जिस ‘N’ का जिक्र है वो अरुण नेहरू के लिए ही था, हालांकि इसे साबित नहीं किया जा सका.