बीजिंग : कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व नेता बो शिलाई के खिलाफ आज चीन के शेनदोंग प्रांत में अभियोजकों ने रिश्वत लेने, धन की हेराफेरी करने और सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए.जिनान शहर के पुलिस के अभियोजन कार्यालय के अनुसार, चोंगकिन नगर पालिका में कम्युनिस्ट पार्टी के कभी प्रमुख रह चुके बो पर रिश्वत, धन की हेराफेरी और सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए गए.
कम्युनिस्ट पार्टी के 64 वर्षीय पूर्व नेता बो इन दिनों जेल में हैं. उनकी पत्नी गु कैलाई को एक ब्रिटिश नागरिक की हत्या के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है पर फिलहाल इस सजा पर रोक है.बो के अभियोग संबंधी दस्तावेज आज जिनान शहर की ‘इंटरमीडियेट पीपुल्स कोर्ट’ को दिए गए और समझा जाता है कि सुनवाई भी जल्द ही होगी. करीब एक साल पहले चीन के अब तक के सबसे बड़े राजनीतिक घोटालों में से एक इस घोटाले के सामने आने के बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर में अभियोग पत्र के हवाले से कहा गया है कि नौकरशाह होने की वजह से बो ने अपने पद का पूरा फायदा उठाया, अपने पसंदीदा लोगों को लाभ पहुंचाया और बड़ी राशि तथा संपत्ति उन्होंने बतौर रिश्वत ली.
दस्तावेजों के अनुसार, बो ने सत्ता का दुरुपयोग करने के साथ ही सार्वजनिक धन की भी हेराफेरी की तथा देश और लोगों के हितों को गंभीर नुकसान पहुंचाया.इनमें कहा गया है कि उन्होंने गंभीर अपराध किए और उन पर रिश्वत, धन की हेराफेरी तथा सत्ता के दुरुपयोग के अभियोग लगाए जाएंगे.अभियोजकों के अनुसार, बो को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में बता दिया गया और उनसे कुछ सवाल भी पूछे गए. बो के वकीलों ने भी अपनी राय जाहिर कर दी.बो के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया से इन अटकलों पर विराम लग गया कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अगुवाई में चीन का नया नेतृत्व बो को सजा देने में ढिलाई बरत रहा है.
रसूखदार नेता बो को कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की नई सात सदस्यीय स्थायी समिति :स्टैंडिंग कमेटी: का शीर्ष दावेदार माना जा रहा था. लेकिन बो की अगुवाई वाली चोंगकिन नगर पालिका के पुलिस प्रमुख वांग लिजुन ने पिछले साल चेंगदू में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में शरण मांगते हुए आशंका जताई कि गु कैलाई द्वारा ब्रिटिश नागरिक की कथित हत्या की जांच को लेकर उनके खिलाफ प्रतिशोधात्मक कार्रवाई की जा सकती है.
आश्वासन मिलने के बाद अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से बाहर आए वांग को भी भ्रष्टाचार और अमेरिकी दूतावास में छिपने के लिए 15 साल की सजा दी गई है.इसके बाद बो की उम्मीदों पर पानी फिर गया.