-मुकुन्द हरि-
इस्त्राइल और हमास के बीच गज़ा-पट्टी को लेकर चल रहा विवाद कहीं से भी थमता नज़र नहीं आ रहा. इस्त्राइल के ताज़ा हमले में तक़रीबन सौ फिलीस्तीनी नागरिकों के मारे जाने की खबर है. दोनों पक्षों की तरफ से पिछले तीन हफ़्तों से चल रहे इन हमलों का ये अब तक का सबसे ज्यादा खूनी दिन रहा. ईद की मुबारक घड़ी भी उन बदकिस्मत लोगों के काम न आ सकी जो इस्त्राइल के हमलों में आज मारेगए.
हमास की तरफ से रॉकेट हमलों की वजह से इस्त्राइल ने भी अपने हमले बढ़ा दिए हैं. इस्त्राइल के इस ताज़ा हमले में गज़ा का इकलौता बिजली घर भी तबाह हो चुका है. फिलस्तीनी समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएफए के मुताबिक, खून-खराबे को देखते हुए फिलस्तीनी नेतृत्व ने 24 घंटे के संघर्षविराम का प्रस्ताव रखा है, जिसे 72 घंटे तक बढ़ाया जा सकता है और इस विचार का हमास तथा एक अन्य उग्रवादी समूह ‘इस्लामिक जेहाद’ ने समर्थन किया है.
हालांकि, गाजा में हमास के एक प्रवक्ता सामी अबुजुहरी ने इस खबर का खंडन किया है. हमास के दावों के मुताबिक कल उसने इस्त्राइल के 10 सैनिक मार गिराए थे. इसके साथ ही 8 जुलाई को शुरू हुए इस संघर्ष के बाद से मारे गए इस्राइली सैनिकों की संख्या अबतक बढ़कर 56 हो गई है.
वहीं, इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेता न्याहू ने इसे ‘एक मुश्किल और कष्टदायक दिन’ बताया.इस्त्राइल का कहना है कि वो गज़ा पर अपने हमले तब तक नहीं रोकेगा जब तक हमास इस्त्राइल पररॉकेट हमले नहीं बंद करता. इसके अलावा इस्त्राइल का ये भी आरोप है कि हमास ने इस्त्राइल की सीमा में घुसपैठ करने के लिए दर्जनों गुप्त सुरंगें बना रखी हैं जिनमें से 20 से ज्यादा सुरंगें इस्त्राइल की सेना ने अभी तक बर्बाद की हैं और ऐसी कई और सुरंगों के होने का उसे अंदेशा है. इस्त्राइल को आशंका है की इन सुरंगों के माध्यम से हमास के आतंकी इस्त्राइल में घुसपैठ कर वहां आत्मघाती बम-विस्फोट जैसी घटना को अंजाम दे सकते हैं. वैसे भी हमास इसके पहले इस्त्राइल में कई आत्मघाती बम-विस्फोटों को अंजाम दे चुका है.
फिलहाल, इस संकट को लेकर मिस्त्र की तरफ से सुलह की कोशिशें मानने को भी इस्त्राइल तैयार नहींदिखता क्योंकि उसे डर है कि हमास सुलह और बीच-बचाव के रास्तों पर विश्वास न करके फिर हमले का काम जारी रख सकता है.