25.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मोदी के स्वागत के लिए तैयार हो रहा है वाशिंगटन

वाशिंगटन : अमेरिका ने कहा है कि वह वाशिंगटन में नरेंद्र मोदी का स्वागत करने को लेकर आशान्वित है, लेकिन उसने भारतीय प्रधानमंत्री के सितंबर में संभावित दौरे के बारे में कोई घोषणा नहीं की. विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता मैरी हर्फ ने कल संवाददाताओं से कहा, हम प्रधानमंत्री का वॉशिंगटन में स्वागत करने के […]

वाशिंगटन : अमेरिका ने कहा है कि वह वाशिंगटन में नरेंद्र मोदी का स्वागत करने को लेकर आशान्वित है, लेकिन उसने भारतीय प्रधानमंत्री के सितंबर में संभावित दौरे के बारे में कोई घोषणा नहीं की.

विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता मैरी हर्फ ने कल संवाददाताओं से कहा, हम प्रधानमंत्री का वॉशिंगटन में स्वागत करने के लिए आशान्वित हैं लेकिन समय के बारे फिलहाल घोषणा करने के लिए कुछ नहीं है. हर्फ ने आगे कहा, मेरे पास कोई विस्तृत ब्यौरा नहीं है. हमने कहा कि हम उनका स्वागत करने के लिए आशान्वित हैं. नयी दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने सिंतबर के अंत में मुलाकात के लिए ओबामा का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और तारीखों को अंतिम रुप दिया जा रहा है.

ओबामा ने मुलाकात का निमंत्रण तब दिया जब उन्होंने लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद बधाई देने के लिए मोदी को फोन किया था. आधिकारिक सूत्रों ने कहा, मुलाकात के लिए अमेरिका की तरफ से एक तारीख की पेशकाश की गयी और दोनों देश इस पर काम कर रहे हैं. ऐसा माना जाता है कि वाशिंगटन ने मुलाकात के लिए 30 सितंबर की तारीख प्रस्तावित की है, लेकिन भारतीय पक्ष इस द्विपक्षीय मुलाकात को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में भाग लेने के लिए मोदी के 26 सितंबर को होने जा रहे अमेरिका दौरे के आसपास आयोजित करना चाहता है. अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने पिछले महीने अमेरिका में भारतीय राजदूत एस जयश्ंाकर को इस बात से अवगत कराया था कि अमेरिका देश में मोदी के स्वागत के लिए उत्सुक है.

दक्षिण और मध्य एशिया मामलों की सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल 26 मई को भारत में नयी सरकार के सत्ता में आने के बाद ओबामा प्रशासन और मोदी सरकार के बीच पहला उच्च स्तरीय संपर्क स्थापित करने के लिए नई दिल्ली में अगले कई दिन बैठकें करेंगी. लोकसभा चुनाव में भाजपा की शानदार विजय पर मोदी को सबसे पहले बधाई देने वाले विदेशी नेताओं में ओबामा भी शामिल थे.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कामना की कि मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण रुप से योगदान देगा. दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका रणनीतिक भागीदारी और मौजूदा वैश्विक आर्थिक हालात पर चर्चा की थी.फोन पर यह वार्तालाप, वर्ष 2005 के बाद से मोदी और अमेरिकी नेतृत्व के बीच हुआ पहला उच्चस्तरीय संपर्क था. वर्ष 2005 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री को राज्य में 2002 के दंगों में कथित संलिप्तता के चलते अमेरिकी वीजा देने से इनकार कर दिया गया था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें