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कारोबार को डिजिटल स्वरूप दे रहा मोबाइल इनोवेशन
आज के दौर में मोबाइल इनोवेशन तकनीक के साथ कदम-से-कदम मिलाते हुए छोटे और बड़े, सभी तरह के संगठनों के लिए तेजी से बदलाव लाने के केंद्र में आ चुका है. दुनियाभर में करीब 72 फीसदी एक्जीक्यूटिव्स ने पिछले एक साल के दौरान कम-से-कम पांच एंटरप्राइजेज मोबाइल इनिशिएटिव का उपयोग किया. साथ ही, करीब 21 […]
आज के दौर में मोबाइल इनोवेशन तकनीक के साथ कदम-से-कदम मिलाते हुए छोटे और बड़े, सभी तरह के संगठनों के लिए तेजी से बदलाव लाने के केंद्र में आ चुका है. दुनियाभर में करीब 72 फीसदी एक्जीक्यूटिव्स ने पिछले एक साल के दौरान कम-से-कम पांच एंटरप्राइजेज मोबाइल इनिशिएटिव का उपयोग किया. साथ ही, करीब 21 फीसदी ने उम्मीद जतायी है कि मोबाइल इनिशिएटिव के परिणामस्वरूप उनकी आमदनी में न्यूनतम 10 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है. मोबाइल से जुड़े विविध इनोवेशन व एप्स के जरिये रिटेल और टूरिज्म सेक्टर समेत विविध कारोबार में किस तरह से आयेगा बदलाव, बता रहा है आज का इंफो टेक पेज …
पिछले वर्ष आईबीएम मोबाइल और इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज द्वारा किये गये एक सर्वेक्षण रिपोर्ट में पाया गया कि पिछले वर्ष करीब 85 फीसदी एक्जीक्यूटिव्स ने माना कि संगठन को इनोवेटिव तरीके से विस्तार देने में मोबाइल की व्यापक भूमिका हो चुकी है. लिहाजा, अब यह स्पष्ट है कि इस लिहाज से मोबाइल की महत्ता बढ़ती जा रही है. और इसका एकमात्र कारण यह देखने में आया है कि डिजिटल बदलाव की इस यात्रा में तकनीकी लीडर्स इस पर ज्यादा जोर दे रहे हैं.
मौजूदा दौर में ज्यादातर तकनीकी लीडर्स के लिए पहले से कहीं अधिक मौके हैं. नये साल के साथ ही बाजार में बढ़ती उम्मीदों के बीच नये टारगेट पर जोर दिया जायेगा. मोबाइल इनोवेशन किस तरह से भविष्य में कारोबार को नया स्वरूप दे सकता है? जानते हैं, इससे जुड़ी वास्तविकता समेत रिटेल और ट्रेवल इंडस्ट्री में क्या होगा रीयल-टाइम असर :
रिटेल सेक्टर में मोबाइल की बढ़ती ताकत
जैसे-जैसे कनेक्टिविटी का दायरा बढ़ रहा है, खुदरा ग्राहकों और एक्जीक्यूटिव्स की चाहत मोबाइल के जरिये इसे ज्यादा-से-ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की है. डिजिटल वर्कप्लेस के माध्यम से ग्राहकों को विविधतापूर्ण अनुभव मुहैया कराये जा सकते हैं.
एक-तिहाई बिक्री मोबाइल से
मोबाइल से खरीदारी की ताकत से लोग परिचित हो चुके हैं. ‘टेकक्रंच’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते दिनों यह देखा गया है कि कुल बिक्री का करीब एक-तिहाई मोबाइल डिवाइस के जरिये होने लगा है. लेकिन क्या इन बदलावों से खुदरा विक्रेताओं को ग्राहकों की सहायता के लिए अधिक संसाधनों के साथ कर्मचारियों को सक्षम बनाते हुए मौके पर तेजी से व बेहतर तरीके से फैसले लेने की मंजूरी मिल पा रही है?
मोबाइल कस्टमर्स तक पहुंच
अपने स्टोर्स में कटिंग-एज मोबाइल टेक्नोलॉजी को लागू करते हुए स्विट्जरलैंड के सबसे बड़े रिटेलर्स माइग्रोस ने अपने कर्मचारियों की क्षमता को काफी हद तक बढ़ाने में कामयाबी हासिल की है. इसके जरिये वे लेटेस्ट प्रोडक्ट तक आसानी से पहुंच जाते हैं. इसके बाद से इसकी साइट पर आने वालों की संख्या में करीब 20 फीसदी वृद्धि हुई और 28 प्रतिशत मोबाइल कस्टमर्स बढ़े.
पर्यटन को प्रमोट कर रहा मोबाइल
विमान यात्रियों, खासकर पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ये यात्री अपनी यात्रा की योजना बनाने से लेकर टिकट बुकिंग तक में मोबाइल डिवाइस का अत्यधिक इस्तेमाल करने लगे हैं. एयरलाइंस कंपनियों ने भी मोबाइल इनाेवेशन के जरिये यात्रियों को अनेक प्रकार की नयी सुविधाओं की शुरुआत कर दी है. ‘रिफाइनरी29’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां तक कि मोबाइल से फ्लाइट इंटरटेनमेंट विकल्पों में व्यापक बदलाव हो रहा है.
इसके जरिये ज्यादा-से-ज्यादा विमान यात्रियों को अपनी सुविधानुकूल सभी चीजें उनकी पहुंच के दायरे में मुहैया हो पाती हैं. आज कोई भी एयरलाइंस कंपनी बिना किसी ठोस मोबाइल रणनीति के ग्राहकों तक सक्षम तरीके से अपनी पहुंच नहीं दर्ज करा सकती है. जरूरी नहीं कि यात्री मोबाइल के जरिये आप तक पहुंच ही जाएं, आपको उन तक पहुंचना होगा. इसके लिए आपको नये तरीके से रणनीति बनानी होगी और ग्राहकों द्वारा आप तक पहुंचने का इंतजार किये बगैर आपको उन तक पहुंचने की कोशिश करनी होगी.
आईओएस एप्स
फिन एयर ने इस मकसद से एक खास आईओएस एप्स को अपनाया, ताकि अपने कारोबार को डिजिटल स्वरूप दिया जा सके. इससे यात्रियों और कर्मचारियों, दोनों ही को आसानी हो और सुविधाजनक तरीके से इस्तेमाल में लाया गया. उदाहरण के तौर पर, द एसाइन टेक एप फ्लाइट शेड्यूल और मैकेनिक की उपलब्धता को दर्शाते हुए एयरक्राफ्ट मैकेनिक सुपरवाइजर्स मुहैया कराता है.
यह एप अनेक विश्लेषण के साथ नये एसाइनमेंट व शेड्यूल आदि में किसी बदलाव की दशा में रीयल-टाइम जानकारी मुहैया कराता है. वर्ल्ड एयरलाइन अवार्ड साइट स्काईट्रैक्स की एक रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2017 में एशिया, उत्तरी यूरोप और उत्तरी अमेरिका में टॉप रहे रिजनल एयरलाइंस ने विविध किस्म के संबंधित समाधान के लिए मोबाइल फर्स्ट फॉर आईओएस सोलुशंस को लागू किया है.
सर्वव्यापी हो चुका मोबाइल
अब इस तथ्य से कोई इनकार नहीं कर सकता कि मोबाइल सर्वव्यापी हो चुका है. आपके साप्ताहिक राशन खरीदारी से लेकर अन्य प्रकार की चीजों को मैनेज करने तक के लिए इसका व्यापक इस्तेमाल होने लगा है. और इस तरीके से यह कहने में कोई हिचक नहीं होनी चाहिए कि डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन में मोबाइल इनोवेशन एक बड़े उत्प्रेरक की तरह साबित हो रहा है. इससे न केवल कारोबारी मकसद पूरे किये जा रहे हैं, बल्कि लोगों की अनेक किस्म की समस्याओं का समाधान भी हो रहा है.
कारोबार की उत्पादकता बढ़ाने वाले मोबाइल बैंकिंग ट्रेंड्स
मोबाइल बैंकिंग की बढ़ती उपयोगिता के बीच ग्राहकों का रुझान तेजी से नहीं बढ़ रहा है. हालांकि, जेवेलिन के हवाले से ‘मोबाइल बिजनेस इनसाइट्स डॉट कॉम’ की एक रिपोर्ट बताती है कि अमेरिका में वर्ष 2020 तक 81 फीसदी से ज्यादा वयस्क मोबाइल बैंकिंग टेक्नोलॉजी को अपना चुके होंगे.
एक अन्य सर्वेक्षण में पाया गया है कि केवल 32 फीसदी बिजनेस मोबाइल डिवाइस के जरिये बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं. अतिरिक्त फीचर्स से सज्जित बैंकों द्वारा मोबाइल एप्स के विकास के दौर में उद्यमियों को अपने कारोबार को मोबाइल बैंकिंग से जोड़ने के मौके बढ़ रहे हैं. जानते हैं कुछ ऐसे ही मोबाइल बैंकिंग ट्रेंड्स के बारे में, जिन्हें अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है :
मोबाइल डिपोजिट्स एंड बिल पे
– मोबाइल बैंकिंग के जरिये रकम जमा करना और बिल का भुगतान करना ज्यादा आसान है.
– इससे समय की बचत होती है और बैंक का खर्च भी कम होता है.
– बड़े उद्यमियों के लिए यह ज्यादा फायदेमंद है, क्योंकि उन्हें ज्यादा लेन-देन करना होता है.
– इसके एप्स उद्यमियों के भुगतान संबंधी चीजों में ज्यादा तेजी से सुधार ला सकते हैं.
टेक्स्ट मैसेजिंग और अलर्ट्स
बैंकिंग एप मैसेजिंग और अलर्ट के लिए भी विकल्प प्रदान करते हैं, ताकि महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में सतर्क किया जा सके. साथ ही, कम महत्व वाले रोजाना या साप्ताहिक टेक्स्ट या ईमेल्स को एकत्रित किया जा सके. इसमें खाते की गतिविधियों समेत डेबिट और क्रेडिट कार्ड संबंधी गतिविधियां शामिल हो सकती हैं.
कार्ड मैनेजमेंट
मोबाइल बैंकिंग एप एंटरप्राइज क्रेडिट और डेबिट कार्ड को मैनेज करना आसान बना रहे हैं. इसकी कई खासियतें हैं :
– किसी भी समय कोर्ड को बंद या चालू करना.
– खर्च की सीमा को सेट करना या खत्म करना.
– रीयल-टाइम खरीदारी एलर्ट.
– जीपीएस की मदद से खास इलाके तक ट्रांजेक्शन को सीमित करना.
– खास प्रकार की चीजों की खरीदारी तक ही उसे सीमित बनाये रखना.
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