वाशिंगटन: काबुल में हुए बम धमाके के एक दिन बाद पाकिस्तान के मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के नेता अल्ताफ हुसैन ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आइना दिखाते हुए कहा कि जब तक पाकिस्तान से आतंकी पनाहगाहों को खत्म नहीं किया जाता, तब तक अफगानिस्तान में शांति कायम करना एक सपना बना रहेगा. गौरतलब है कि काबुल में बुधवार को हुए बम हमले में 90 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी.
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हुसैन ने आरोप लगाया कि प्रतिबंधित चरमपंथी और आतंकी संगठनों को पाकिस्तान में संचालन के लिए खुली छूट दी गयी है. उन्होंने कहा कि इन प्रतिबंधित संगठनों ने बड़ी संख्या में बैनर लगा रखे हैं, जिसके जरिये वे लोगों से दान, खैरात एवं धर्मार्थ और फितरा एवं जकात के नाम पर धन जमा करने के लिए कहते हैं.
एमक्यूएम की अमेरिकी शाखा की ओर से जारी बयान में लंदन में रह रहे हुसैन ने कहा कि जिन गुनाहगारों ने काबुल में कत्लेआम किया वे मानवता के दुश्मन और क्षेत्रीय तथा अफगानिस्तान में शांति के लिए खुला खतरा हैं. जब तक पाकिस्तान में आतंकवाद के गढ़ को हटाया नहीं जाता, तब तक अफगानिस्तान में शांति एक ख्वाब बना रहेगा. काबुल हमले में बुधवार को हुई मौतों पर गम जताते हुए हुसैन ने सरकार एवं अफगानिस्तान के लोगों को आश्वासन दिया कि वह और उनकीं कंपनियां एवं समूचा मुहाजिर कौम परीक्षा की इस घड़ी में अफगानिस्तान की जनता के साथ खड़ा है.
गौरतलब है कि मुहाजिर कौम अरबी मूल का शब्द है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान में मुस्लिम प्रवासियों के उल्लेख के लिए किया जाता है. कराची की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी एमक्यूएम के पूर्व आत्मनिर्वासित नेता हुसैन के पिछले साल लंदन में पाकिस्तान विरोधी भाषण देने एवं अपने कार्यकर्ताओं से मीडिया पर हमला शुरू करने के आह्वान के बाद एमक्यूएम कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहा है.