सेंट पीटर्सबर्ग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और रूस ‘नैसर्गिक साझीदार’ हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को अपने संंबंधों के विस्तार के लिए नये क्षेत्र में प्रयास करना चाहिए, जो ‘‘काफी जांचा-परखा है.” रूस के अखबार रोसिसकाया गजट में बुधवार को छपे एक लेख में मोदी ने लिखा है, ‘‘हम अच्छे और बुरे, हर वक्त में साथ रहे हैं.”
प्रधानमंत्री की सेंट पीटर्सबर्ग यात्रा से पहले यह लेख छपा है, जहां वह गुरुवार को राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ 18वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और सेंट पीटर्सबर्ग अंतरराष्ट्रीय आर्थिक फोरम में शिरकत करेंगे, जहां भारत पहली बार साझेदार देश बनेगा.
मोदी ने कहा, ‘‘भारत-रूस के संबंध 1947 के बाद नाटकीय रूप से बदले विश्व में सबसे स्थायी रहे हैं. यह समय की कसौटी पर खरे उतरे मजबूती के साथ विकसित होते गये. हमारे संबंधों का लचीलापन इस तथ्य पर आधारित है कि यह समानता, विश्वास और परस्पर लाभ के सिद्धांतों पर आधारित है.”
प्रधानमंत्री ने भारत में औद्योगिक ढांचे के विकास में पूर्ववर्ती सोवियत संघ के सहयोग की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 70 वर्षों में भारत एक बड़े और विविध औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकी आधार के रूप में विकसित हुआ है. हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं.”