मुजफ्फरपुर : ठेकेदार प्रणव उर्फ अतुल शाही पर अपराधियों ने पत्नी के सामने ही गोलियों की बौछार कर उसकी इहलीला समाप्त कर दी. पति को घर में प्रवेश करने के लिए गेट खोलने पहुंची सिम्मी उन पर अचानक हुई गोलीबारी को देख बदहवास हो गयी. अपराधियों ने उनके पुत्र शिवम को भी निशाना बनाते हुए गोलियां दागी. लोहे के गेट के पीछे छिप जाने से उसकी जान बची. आंख के सामने पति की मौत देख सिम्मी सुध-बुध खो चुकी है. उसके चीत्कार का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा रहे परिजनों ने उसे नींद की दवा देेेेकर सुला दिया है. ठेकेदार अतुल शाही वाहन व्यवसाय से भी जुड़े है.
मुजफ्फरपुर जंकशन से उनकी एक कमांडर जीप भाड़े पर चलती है. प्रतिदिन की भांति गुरुवार की सुबह भी अतुल सुबह सात बजे स्टेशन गये थे. वहां डेढ़ घंटा रहने के बाद साढ़े आठ बजे वे अपने डेरा के लिए प्रस्थान कर गये. 9 बजे वे मिठनपुरा वीसी लेन भूदान गली स्थित डेरा पर पहुंच गेट खोलने के लिए बाइक का हॉर्न बजाया. हॉर्न की आवाज सुन उनकी पत्नी सिम्मी कुमारी और बच्चे गेट खोलने के लिए बाहर निकले. वे गेट खोल ही रहें थे कि पीछे से बाइक पर सवार अपराधियों ने स्वचालित हथियार से उन पर गोली बरसानी शुरू कर दी. पहली गोली उनके पेट और दूसरी सिने में लगने के बाद वे बाइक से नीचे गिर गये. इसके बाद अपराधियों ने उनके गरदन में गोलियां दागनी शुरू कर दी.
अपराधियों के गनप्वाइंट पर था पूरा परिवार
पति पर दनादन चल रही गोली और उनके शरीर से निकल रहें खून को देख सिम्मी बदहवास हो गयी. अपराधियों ने पुत्र शिवम पर भी गोली चला दी थी. अपराधियों के गन प्वाइंट के सामने पूरा परिवार था. सिम्मी यह तय नहीं कर पा रही थी कि वह गेट पर खून से लथपथ पड़े पति की ओर जाये गया बच्चों को सुरक्षित करे. इसी बीच अपराधी अपना काम तमाम कर वहां से निकल गये. अपराधियों के जाने के बाद वह खून से सने अपने पति अतुल के पास गयी और उससे लिपट चीत्कार करती हुई उन्हें अस्पताल पहुंचाने की गुहार लोगों से लगाने लगी.
पिकअप पर लाद अतुल को पहुंचाया अस्पताल
गोली की आवाज सुन वहां पहुंचे मुहल्लेवासी और परिवार के लोग साढ़े नौ बजे घायल अतुल को इलाज के लिए पीक अप पर लाद तेजी से ब्रह्मपुरा स्थित प्रसाद हॉस्पीटल ले गये. दो घंटे तक कोशिश करने के बाद साढ़े 11 बजे चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके बाद वहां पहुंची पुलिस एंबुलेंस में लाद पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच ले गयी. आनन-फानन में पोस्टमार्टम कर करीब 12 बजे उनके परिजनों को शव सौंप दिया गया. दोपहर एक बजे शव उनके पैतृक गांव कांटी थाना क्षेत्र के वीरपुर गांव पहुंची.