तेल अवीव : दो फलस्तीनियों ने इस्राइल के सैन्य मुख्यालय के निकट तेल अवीव के एक नाइटस्पॉट पर गोलीबारी की जिससे चार लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी। महीनों से चल रही हिंसा की लहर के बीच यह घटना सबसे भयानक हमलों में शामिल है. कल हुई इस गोलीबारी से लोगों में घबराहट फैल गई है और सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में वर्दी पहने एक अधिकारी बंदूक से गोलियां चलाता दिख रहा है, लेकिन वीडियो में यह दिखाई नहीं दे रहा है कि उसका निशाना कौन है.
पुलिस ने कल बताया कि एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि एक हमलावर गोली लगने से घायल हो गया और उसका ऑपरेशन किया जा रहा है.पुलिस ने बताया कि इस्राइल की वाणिज्यिक राजधानी के सरोना मार्केट में चार लोग मारे गए और पांच अन्य लोग घायल हो गए. इस्राइली अधिकारियों ने कहा कि दोनों हमलावर कब्जे वाले वेस्ट बैंक के हेब्रोन इलाके के हैं और रिश्ते में एक दूसरे के भाई हैं. रात में हुई गोलीबारी के बाद पुलिस को घटनास्थल से लोगों से हटाना पडा.
पुलिस ने बताया कि घायलों में वे लोग शामिल हैं जो परिसर में कॉफी की एक दुकान में बैठे थे. अधिकारियों ने हमलावरों के हथियार बरामद कर लिए हैं. तेल अवीव के पुलिस प्रमुख चिको एद्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम यहां एक बहुत गंभीर आतंकवादी घटना की बात कर रहे हैं. एक आतंकवादी को गिरफ्तार कर लिया गया है और एक अन्य गोलबारी में घायल हो गया.’ पीडितों की राष्ट्रीयता एवं उनके संबंध में अन्य जानकारी के बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है.
अमेरिका ने इस हमले को एक ‘भयानक आतंकवादी हमला’ करार दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, ‘निर्दोष नागरिकों पर इस प्रकार के कायरतापूर्ण हमलों को कभी न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता. हम हमारा समर्थन दर्शाने के लिए इस्राइली अधिकारियों के संपर्क में हैं.’ पश्चिम एशिया शांति प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष समन्वयक निकोले म्लादेनोव ने इस गोलीबारी की तत्काल निंदा की और एक बयान में कहा, ‘सभी को हिंसा को खारिज करना चाहिए और आतंकवाद को कभी सही नहीं ठहराना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘मैं हमास द्वारा इस आतंकवादी हमले का स्वागत करने पर स्तब्ध हूं. नेताओं को हिंसा और उस उकसावे के खिलाफ खडे होना चाहिए जो हिंसात्मक घटनाओं को शांत करने के बजाए उन्हें हवा देता है.’ तेल अवीव के मेयर रोन हुल्दाई की ओर से उनके एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हम हर गली के किनारे पुलिसकर्मी तैनात नहीं कर पाएंगे.’