कोलंबो : श्रीलंका की राजधानी के ठीक बाहर स्थित सेना का एक अहम आयुध डिपो रविवार को धमाकों से दहल उठा. धमाकों के बाद पुलिस ने वहां रहने वाले लोगों को बाहर निकाला और इलाके की सडकें सील कर दी. पुलिस ने बताया कि सलावा सैन्य शिविर में किसी के हताहत होने की कोई सूचना फिलहाल नहीं मिली है. बताया जाता है कि इस शिविर में सुरक्षा बल रॉकेटों सहित कुछ भारी हथियार रखते हैं. कोलंबो से 36 किलोमीटर दूर पूर्व में स्थित सलावा के लोगों को अपने घरों से जाते देखा गया. पुलिस की ओर से मुख्य राजमार्ग पर बम धमाके की सूचना दिए जाने के बाद लोग अपने घर से निकले.
एएफपी के एक फोटोग्राफर ने कहा कि धमाकों के बाद आसमान हल्का नारंगी नजर आने लगा और नियमित अंतराल पर धमाके हुए. तीन किलोमीटर दूर से हवा में उडता मलबा नजर आ रहा था. मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने एएफपी को बताया, ‘‘हमने सडक बंद कर दी है और वहां रहने वाले सभी लोगों से कहा कि वे अपनी सुरक्षा के मद्देनजर वहां से निकल जाएं.” एक पुलिस अधिकारी ने नाम का खुलासा न करने की शर्त पर बताया कि दमकल कर्मियों को शिविर में जाने से रोक दिया गया क्योंकि धमाकों की जगह के करीब जाना उनके लिए सुरक्षित नहीं था. धमाकों की वजह का अब तक पता नहीं चल सका है. श्रीलंका में दशकों चले तमिल अलगाववादी युद्ध की मई 2009 में समाप्ति के बाद किसी सैन्य प्रतिष्ठान में यह अब तक का सबसे बडा धमाका है.
जून 2009 में कोलंबो से 250 किलोमीटर दूर वावूनिया में सेना के एक हथियार रखने की जगह पर ऐसी ही एक घटना हुई थी लेकिन उसमें धमाके की तीव्रता काफी कम थी. इस घटना में कई सैनिक जख्मी हो गए थे.