वाशिंगटन : अमेरिका ईरान से 86 लाख डॉलर की कीमत का 32 टन भारी जल खरीदेगा ताकि तेहरान को पिछले वर्ष हुए ऐतिहासिक परमाणु समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताएं पूरी करने में मदद मिल सके. भारी जल परमाणु हथियार विकसित करने के लिए एक अहम घटक है. अमेरिका स्वयं भारी जल का उत्पादन नहीं करता है और वह अब तक इसे कनाडा और भारत से खरीदता रहा है. भारी जल को अनुसंधान एवं अन्य मकसद के लिए घरेलू स्तर पर दोबारा बेचा जा सकता है.
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता एलिजाबेथ ट्रुडो ने बताया, ‘ऊर्जा मंत्रालय के माध्यम से अमेरिकी सरकार ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन की एक सहायक कंपनी से 32 टन भारी जल खरीदेगी.’ उन्होंने कल कहा, ‘यह भारी जल उद्योग एवं घरेलू अनुसंधान के कार्यों के लिए इस वर्ष अमेरिका की घरेलू मांग के एक बडे भाग को पूरा करेगा.’ ईरान, अमेरिका और विश्व की पांच अन्य शक्तियों के बीच पिछले साल हुए ऐतिहासिक परमाणु समझौते के तहत ईरान पर उसके भारी जल के भंडार को कम करने की जिम्मेदारी है.