हवाना : पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के एतिहासिक क्यूबा दौरेकेबादवहांकेबुजुर्ग नेता फिदेल कास्त्रो ने पहली बार मुंह खोला है. उन्होंने ओबामा पर तीखाकटाक्ष करते हुए कहा है कि उनकी चासनी में लिपटीबातों से कि क्यूबा केकिसीव्यक्ति को दिल का दौड़ा पड़ सकता है.
फिदेल कास्त्रो ने अमेरिका और अपने देश के बीच मेलमिलाप का विरोध जारी रखने का संकेत देते हुए आज एक लेख में कहा कि क्यूबा को अमेरिका से ‘‘उपहारों की कोई जरूरत नहीं है.’ क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति 89 वर्षीय कास्त्रो पिछले सप्ताह के दौरान नजर नहीं आये थे जब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस वामपंथी देश का दौरा किया था. ओबामा की उस यात्रा का उद्देश्य संबंध सामान्य बनाना था.
ओबामा की क्यूबा यात्रा के बारे में अपनी पहली प्रकाशित टिप्पणी में कास्त्रो लगता है कि दोनों देशों के बीच आधी सदी से अधिक पुरानी शत्रुता को भुलाने एवं माफ करने को तैयार नहीं है. उन्होंने समाचार पत्र गैरनमा में लिखे लेख में घोषणा की है कि क्यूबा को ‘‘साम्राज्य से किसी भी उपहार की जरूरत नहीं है.’ कास्त्रो ने यह टिप्पणी ‘‘अल हेरमानो ओबामा…ब्रदर ओबामा’ शीर्षक वाले एक लेख में की है.
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति के शब्दों को सुनने से किसी को भी दिल का दौर पड़ सकता है.’

