पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार के शासन काल में विभिन्न सेक्टरों में हुईगिरावट को दर्शाते हुए बीजेपी पर हमला बोला है. नीतीश कुमार ने केंद्र में बीजेपी सरकार के आने के बाद विभिन्न क्षेत्रों में हुई गिरावट का जिक्र किया है. नीतीश कुमार ने इन आंकड़ों के जरिए प्रधानमंत्री से कहा है अच्छे दिन छोड़िए हमारे पुराने दिन ही लौटा दीजिए. नीतीश कुमार ने फेसबुक व ट्वीटर के जरिए एक आकंड़ा पेश किया है जिसमें केंद्र सरकार को आर्थिक, समाजिक और कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पूरी तरह असफल करार दिया है.
आर्थिक मोर्चे पर विफल केंद्र
नीतीश कुमार ने आंकड़ों के जरिए दर्शाया है कि आर्थिक क्षेत्र में सरकार पूरी तरह विफल रही है. नीतीश के मुताबिक बीजेपी की सरकार से पहले कोर सेक्टर में 2013-14 में ग्रोथ 4.2 प्रतिशत था जबकि बीजेपी की सरकार आने के बाद वह मात्र 4 प्रतिशत रह गया है. यानि 0.2 प्रतिशत का घाटा हुआ है. नीतीश ने कहा है कि निर्यात के मामले में भी देश काफी पीछे है. बीजेपी से पहले की सरकार के वक्त 2014-15 में निर्यात 161.39 बिलियन डॉलर था जो अब घटकर मात्र 132.93 बिलियन डॉलर रह गया है. जो 17.36 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है.
ग्रामीण इलाकों की स्थिति बदत्तर
नीतीश कुमार ने ग्रामीण इलाकों में ग्रोथ पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि पहले 2013 में ग्रोथ रेट 16.06 प्रतिशत था वहीं अब 2014 में 3.08 प्रतिशत हो गया है जो 12.08 प्रतिशत के गिरावट को दर्शाता है.आंकड़ों के मुताबिक ग्रोथ इन एमएसपी को देखा जाए तो बीजेपी से पहले यह 8.07-13.4 प्रतिशत था जो अब गिरकर 0.5-3.7 प्रतिशत रह गया है.
दाल की कीमतें बढ़ीं
नीतीश ने यह भी कहा है कि मई 2014 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से अबतक दाल की कीमतों में 208 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वहीं पेट्रोल की कीमतों में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 47 प्रतिशत गिरावट हुई है जबकि देश में मात्र उसकी कीमतें 10 फीसदी ही कम हुई हैं.
समाजिक क्षेत्र के बजट में कटौती
नीतीश कुमार ने समाजिक क्षेत्र में भी मोदी सरकार द्वारा बजट कटौती करने का आरोप लगाया है. नीतीश कुमार द्वारा उपल्बध कराए गए आंकड़ों पर गौर करें तो 2014-15 में आईसीडीए का बजट 18,195 करोड़ था जो 2015-16 में घटकर 8,335 करोड़ हो गई. इसमें 54 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है. इसी तरह मनरेगा के तहत 2013-14 में 8.26 करोड़ रोजगार सृजित हुए थे जो 2014-15 में घटकर 4.83 प्रतिशत रह गया. इसमें 41.05 प्रतिशत की कटौती की गयी. नीतीश के अनुसार मनरेगा फंड में भी नीतीश सरकार ने कटौती की है.
शिक्षा बजट में कटौती
नीतीश ने आंकड़ों के हवाले से कहा है कि सर्व शिक्षा अभियान के बजट में 20.74 प्रतिशत की कटौती हुई है. जबकि सकल समाजिक योजनाओं में 48.42 प्रतिशत की कटौती हुई है. स्वास्थ्य बजट के तहत एनआरएचएम के लिए आवंटन में 25.62 प्रतिशत की कटौती हुई है.
कृषि क्षेत्र का हाल बुरा
कृषि क्षेत्र का उल्लेख करते हुए नीतीश ने कहा है कि 2013-14 में कुल अनाज उत्पादन 245.8 मिलियन टन था जो 2014-15 में घटकर 235.5 मिलियन टन हो गयी. इसमें 4.2 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है. इसी तरह उन्होंने किसानों के आत्महत्या की चर्चा करते हुए कहा कि 2014 में महाराष्ट्र में प्रतिमाह 214 किसान आत्महत्या करते थे जो 2015 में बढ़कर 248 हो गया है. इसमें 15.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है.
बीजेपी शासित राज्यों में अपराध
इसी तरह महागंठबंधन के नेता नीतीश कुमार ने महिला अपराध की चर्चा करते हुए कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में सर्वाधिक महिला हिंसा होती है. वहीं दुष्कर्म के मामले में मध्य प्रदेश और राजस्थान शीर्ष पर हैं. उन्होंने यह भी कहा राजस्थान,महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश महिलाओं के लिए सबसे खतरानाक पांच राज्यों में शामिल हैं.