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पढ़िए दूसरे चरण के मतदान से जुड़ी पूरी खबर

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत नक्सल प्रभावित छह जिलों के कुल 32 विधानसभा क्षेत्रों में आज 55 प्रतिशत मतदान हुआ जो वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव के 52.03 प्रतिशत से करीब 3 प्रतिशत अधिक है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय वी नायक ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के द्वितीय चरण […]

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत नक्सल प्रभावित छह जिलों के कुल 32 विधानसभा क्षेत्रों में आज 55 प्रतिशत मतदान हुआ जो वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव के 52.03 प्रतिशत से करीब 3 प्रतिशत अधिक है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय वी नायक ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के द्वितीय चरण के तहत प्रदेश के नक्सल प्रभावित 6 जिलों कैमूर, रोहतास, अरवल, जहांनाबाद, औरंगाबाद और गया के कुल 32 विधानसभा क्षेत्रों में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया और कुल 55 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया जो वर्ष 2010 विधानसभा चुनाव के 52.03 प्रतिशत से करीब 3 प्रतिशत अधिक है.

महिला वोटरों का प्रतिशत बढ़ा

उन्होंने बताया कि गत 12 अक्तूबर को संपन्न बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव की तरह आज संपन्न दूसरे चरण के चुनाव के दौरान पुरुष की तुलना में महिला की भागीदारी अधिक रही. आज जहां 57.50 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया, वहीं पुरुष मतदाताओं की संख्या 52.50 रही. नायक ने बताया कि कैमूर में सबसे अधिक 57.86 प्रतिशत तथा औरंगाबाद में सबसे कम 52.50 फीसदी रहा. उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान हालांकि कोई बडी घटना नहीं घटी पर गया जिले के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के मैगरा इलाके से सजग सीआरपीएफ जवानों ने 12 और 10 किलोग्राम के दो आईईडी बरामद किए जिसे निष्क्रिय कर दिया गया.

सुरक्षा के विशेष इंतजाम

उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित इन जिलों में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. इसके लिए अर्द्धसैनिक बलों के साथ राज्य पुलिस बल की कुल 993 कंपनियां तैनात किए जाने के साथ ही प्रत्येक मतदान केंद्र पर अर्द्धसैनिक बल की तैनाती की गयी थी. नायक ने बताया कि पूरी मतदान प्रक्रिया की हवाई निगरानी के लिए पांच हेलिकॉप्टरों और ड्रोन का इस्तेमाल करने के साथ ही गश्त के लिए 719 मोटरसाइकिलों की व्यवस्था की गयी थी तथा पहाडी इलाके में मतदान के दौरान सुरक्षा के लिए 40 पुलिस गश्ती दल लगाए गए थे.

उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान किसी अप्रिय घटना की स्थिति में गंभीर रुप से घायल होने वाले लोगों और बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए एक एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी थी. नायक ने बताया कि सुचारु रुप से मतदान संपन्न कराने के लिए 9,119 मतदान केंद्र बनाए गए थे जिनमें से 2,362 मतदान केंद्र संवेदनशील और 3,637 मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित थे. उन्होंने बताया कि मतदान केंद्रों पर 44,216 मतदानकर्मियों की तैनाती किए जाने के साथ ही मतदान के लिए 9,119 कंट्रोल यूनिट और 11,931 बैलेट यूनिट की व्यवस्था की गई थी.

अधिकारियों की तैनाती

नायक ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के द्वितीय चरण की पूरी प्रक्रिया पर पैनी नजर बनाए रखने के लिए 32 सामान्य पर्यवेक्षक, 10 व्यय पर्यवेक्षक, छह-छह पुलिस एवं जागरुकता पर्यवेक्षक 1854 माइक्रो ऑब्जर्वर की तैनाती के साथ ही 503 वीडियो कैमरे, 353 एन्ड्रॉयड मोबाइल फोन तथा 465 जगहों पर लाइव वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गयी थी. नायक ने बताया कि मतदान के दौरान औरंगाबाद जिला के रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र पर एक मतदाता और गया जिला के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र पर तैनात एक सीआरपीएफ जवान की दिल का दौरा पडने से मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि बिहार विधानसभा के द्वितीय चरण के संपन्न मतदान के दौरान के 13 मतदान केंद्रों पर मतदान बहिष्कार की सूचना प्राप्त हुई है.

मतदान बहिष्कार

नायक ने बताया कि कैमूर जिला के मोहनिया विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 38 एवं 205, भभुआ विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 63, औरंगाबाद जिला के गोह विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 231 एवं 231 ए, नबीगनर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 36 एवं 205 तथा गया जिला के गुरुआ विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 3 एवं 202 एवं 229, बोधगया विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या एक एवं 100, अतरी विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 59, 60 एवं 269 विकास के विभिन्न मुद्दों पर मतदान बहिष्कार की सूचना प्राप्त हुई है.

उन्होंने बताया कि आज के मतदान के दौरान अब तक प्राप्त सूचना के अनुसार कुल 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि एक-एक मोटरसाइकिल और बोलेरो जीप जब्त की गयी. नायक ने बताया कि कैमूर जिला के भभुआ विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 205 पर 104 वर्ष की एक महिला द्वारा मतदान किया गया. उन्होंने बताया कि आज जिन 32 सीटों के लिए चुनाव संपन्न हुआ उनमें 32 महिलाओं सहित कुल 456 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं.

कांटे की टक्कर

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बाद जिन प्रमुख उम्मीदवारों का भाग्य आज ईवीएम में सील हो गया. उनमें बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, बिहार के मंत्री जय कुमार सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, पूर्व मंत्री प्रेम कुमार, रामाधार सिंह, अनिल कुमार, सुरेंद्र यादव, इलियास हुसैन और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह आदि शामिल हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का गया जिला के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में उदय नारायण चौधरी से सीधा मुकाबला है. साथ ही मांझी जहांनाबाद जिले की मखदूमपुर विधानसभा सीट से भी किस्मत आजमा रहे हैं जहां से वे निवर्तमान विधायक भी हैं.

उम्मीदवार और पार्टियां

वर्ष 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में इन 32 विधानसभा क्षेत्रों में से जदयू ने सबसे अधिक 19 सीटें जीती थीं जबकि उस समय उसके साथ मिलकर चुनाव लड रही भाजपा ने 10 सीटों पर विजय हासिल की थी. विरोधी गुट राजद दो सीटों पर और एक सीट पर एक निर्दलीय प्रत्याशी विजयी रहे थे. छह जिलों की इन 32 सीटों में से आधे पर राजग में भाजपा की सहयोगी लोजपा, हम और रालोसपा ने अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे हैं. पांच चरणों वाला यह बिहार विधानसभा चुनाव भाजपा नीत राजग लोजपा, रालोसपा और हम सेक्युलर साथ मिलकर लड़ रहा है. इस चुनाव में सत्तासीन जदयू राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरे है. भाकपा ने पांच अन्य वामदलों माकपा, भाकपा माले, फारवर्ड ब्लॉक, एसयूसीआई सी और आरएसपी के साथ चुनावी महासमर में कदम रखा है. मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी शरद पवार की पार्टी राकांपा सहित चार अन्य दलों के साथ तीसरा मोर्चा बनाकर इस बार चुनावी मैदान में उतरी है.

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