काठमांडो : प्रस्तावित नये संविधान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हजारों नेपाली लोगों की पुलिस के साथ झडप में मंगलवार को एक और व्यक्ति की मौत हो गई जिससे हिंसा में मरने वालों की संख्या बढकर 11 हो गई. इस हिंसा के बाद नेपाल में गृहयुद्ध जैसी स्थिति हो गयी है. आपको बता दें कि संविधान के मसौदे और सात प्रांतों के गठन के विरोध में दो सप्ताह से चल रहे मधेशी आंदोलन अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है. इस घटना के बाद करीब एक दर्जन जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. हालात पर काबू पाने के लिए सेना की तैनाती की गई है.
स्थिति को देखते हुए सरकार ने भारत से सटे एक जिले में सेना तैनात की है. कैलाली जिले के टीकापुर में कर्फ्यू लगा दिया गया है जहां सोमवार को देश को सात प्रांतों में विभाजित करने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के हमले में एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित सात सुरक्षाकर्मियों और एक बच्चे की मौत हो गई थी. पुलिस ने सोमवार को कहा था कि हिंसा में आठ सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई लेकिन बाद में यह आंकडा संशोधित करके सात कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों द्वारा प्रदर्शनों पर पाबंदी का उल्लंघन करते हुए पत्थरबाजी करने के बाद पुलिस ने मंगलवार को दक्षिणी नेपाल के गौर में प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई.
गृह मंत्रालय सूत्रों ने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित कैलाली जिले के कुछ भागों में सेना तैनात करने का फैसला किया. जिला सुरक्षा समिति की बैठक में इस क्षेत्र को दंगा प्रभावित इलाका घोषित किया गया है. टीकापुर नगर निगम और त्रिशक्ति नगर निगम के अलावा, जिले के आठ गांवों पठारिया, दुरगौली, दानसिंहपुर, मनोवा, नारायणीपुर, जोशीपुर, खैलाद, बहौनिया को दंगा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है. इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र के कुछ घरों को आग के हवाले कर दिया. काठमांडो में सैकडों छात्रों ने मंगलवार को कैलाली में जघन्य तरीके से पुलिसकर्मियों की हत्या का विरोध करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकाली.
घटना में भीड ने दो पुलिसकर्मियों को जिंदा जला दिया जिसकी नेपाल में कडी आलोचना हो रही है. पडोसी नेपाल में हिंसा पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के राजनीतिक नेतृत्व से सभी पक्षों के बीच बातचीत के जरिये सभी लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए कहा. प्रधानमंत्री सुशील कोइराला से फोन पर बात करने वाले मोदी ने हिंसा में जानें जाने पर दुख जताया और दिवंगतों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की.