न्यूयार्क : होनोलुलु के एक संग्रहालय ने अमेरिकी अधिकारियों को भारत से चोरी हुए ऐसे सात दुर्लभ वस्तुएं सौंपी है जिनके बारे में माना जा रहा है कि कुख्यात कला डीलर सुभाष कपूर उन्हें भारत से चुराकर अमेरिका लाया था.
होनोलुलु म्युजियम ऑफ आर्ट ने अमेरिकी आव्रर्जन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन विभाग (आइसीइ) के होमलैंड सिक्योरिटी इंवेस्टिगेशन (एचएसआइ) के जवानों को कल सात प्राचीन वस्तुएं सौंपी. उसने आइसीइ की जांच के बाद ये वस्तुएं सौंपी है. जांच में सामने आया था कि इन वस्तुओं को भारत के मंदिरों और प्राचीन बौद्ध स्थलों से चुराकर अवैध रूप से अमेरिका लाया गया है.

आइसीइ एजेंट वस्तुओं को यहां लेकर आएंगे जिसके बाद उन्हें भारत सरकार को सौंप दिया जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि संग्रहालय ने जब 1991 से 2003 के बीच इन वस्तुओं को अपने संग्रह में शामिल किया था तो उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि इन्हें चुराया गया है.
न्यूयार्क में विशेष एजेंटों ने यह पाया था कि कपूर की एनवाईसी गैलरी से 2000 वर्ष पुराना टेराकोटा रैटल संभवत: संग्रहालय में है जिसके बाद होनोलुलु में होमलैंड सुरक्षा अधिकारियों ने गत वर्ष संग्रहालय से संपर्क किया था. इसके बाद संग्रहालय ने एचएसआई के सहयोग से यह पाया कि छह अन्य वस्तुओं का संबंध भी कपूर से हो सकता है. कपूर को 2011 के अंत में जर्मनी में गिरफ्तार किया गया था. उसे भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया था, जहां उसके खिलाफ सुनवाई चल रही है.
होनोलुलु म्युजियम ऑफ आर्ट के निदेशक स्टीफन जोस्ट ने कहा ‘कला बाजार में लूटपाट एक गंभीर समस्या है और संग्रहालयों समेत कलाकृतियों के सभी खरीदारों को इस बात का ध्यान रखने की आवश्यकता है कि कुछ प्राचीन वस्तुएं अवैध रूप से प्राप्त की गई हो सकती हैं.’
