सरकार के आलोचकों का कहना है कि यह मामला अनवर को बर्बाद कर देने के एक लंबे अभियान का ही हिस्सा है. अनवर को 1990 के दशक के अंतिम वर्षों में सत्ताधारी दल से बेदखल कर दिया गया था और उन्होंने बाद में बिखरे पडे विपक्ष को एक मजबूत बल के रुप में स्थापित करने में मदद की थी. अनवर की दोषसिद्धि से मलेशिया के राजनीतिक परिदृश्य पर काफी असर पडने की संभावना देखी जा रही है.
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मलेशिया में विपक्षी नेता अनवर की आजादी का अभियान शुरू होगा
कुआलालांपुर : जेल में बंद मलेशिया के विपक्षी नेता अनवर इब्राहिम के परिवार ने आज उनकी पांच साल की कैद की सजा को अत्याचार बताते हुए इस पूर्व उप प्रधानमंत्री को आजाद कराने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय अभियान चलाने का संकल्प लिया. अनवर की बेटी नुरुल नुहा अनवर ने कहा कि मार्च टू फ्रीडम कार्यक्रम […]
कुआलालांपुर : जेल में बंद मलेशिया के विपक्षी नेता अनवर इब्राहिम के परिवार ने आज उनकी पांच साल की कैद की सजा को अत्याचार बताते हुए इस पूर्व उप प्रधानमंत्री को आजाद कराने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय अभियान चलाने का संकल्प लिया.
अनवर की बेटी नुरुल नुहा अनवर ने कहा कि मार्च टू फ्रीडम कार्यक्रम की रुपरेखा उनके पिता की रिहाई के लिए नेताओं की ओर से अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने और मानवाधिकार समूहों की ओर से दबाव बनाने के लिए तैयार की गई है.
उन्होंने कहा, मार्च टू फ्रीडम एक संघर्ष है. यह संघर्ष हमारे पिता को अनुचित कैद से मुक्त कराने के लिए और देश में अन्याय का सामना कर चुके मलेशियाई नागरिकों को आवाज देने के लिए है. 31 वर्षीय नुहा ने कहा कि उनके पिता पर थोपी गई कैद की सजा ने परिवार को तहस-नहस कर दिया है.
उन्होंने एक बयान में कहा, हमें उम्मीद थी कि न्याय होगा. जबकि हासिल हुए नतीजे ने तो हमें बर्बाद ही कर दिया. हम रोष से भरे हुए हैं. कल के फैसले की आलोचना अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार समूहों, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका ने भी की. उन्होंने कहा कि यह कानून के शासन पर सवाल उठाता है.
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