पहले गैर अफ्रीकी नागरिक को इबोला वायरस से संक्रमित होने के बाद एक नर्स में फैलने से आशंकित ब्रिटेन ने कहा कि एयर पोर्ट जैसी जगहों पर हर बाहरी व्यक्ति की इबोला स्क्रीनिंग करानी चाहिए. ब्रिटेन के होम ऑफिस मिनिस्ट्री ने कहा कि यहां के जो नागरिक भी बाहर देशों से आ रहे हैं उनकी स्क्रीनिंग भी आवश्यक है.
उधर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि ‘शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिकता’ के तहत हर व्यक्ति पर नजर रखने की आवश्यकता है, जिसमें जरा भी इबोला वायरस संक्रमण का संदेह हो. इंगलैंड ने भी इस बात पर सहमती जतायी है कि इबोला की रोकथाम के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार करने की जरुरत है जो अबतक नहीं बनायी जा सकती है. इबोला वायरस की चपेट में आने से अभीतकअफ्रीकामें 3500 लोगों को जान गवानी पड़ी है.
यूरोप में इबोला के प्रवेश से सभी यूपोरियन देश में हड़कंप मचा हुआ है. सभी इस बात की समीक्षा में लगे हुए है इबोला को रोकने का हमारा प्रयास पर्याप्त है कि नहीं. एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था एक रोकथाम के लिए कारगर उपायों में एक है. सभी देश इसे गंभीरता से पालन करेंगे तो काफी हद तक इससे निपटा जा सकता है.गौरतलब है के इबोला के इलाज के लिए अभी भी कोई विशेष दवा तैयार नहीं की जा सकी है. अफ्रीका के अलावे यह वायरस कई देशों के कुछ नागरिकों को अपनी चपेट में ले चुकी.
अमेरिका में हाल ही में पांचवां नागरिक इबोला से संक्रमित होकर वापस लौटा था. विभिन्न देशों के स्वस्थ और सामाजिक कार्यकर्ता सेफ्टी सूट के बाद इबोला से प्रभावित हो रहे हैं. ऐसे में विभिन्न देशों की ओर से सीमा पर सुरक्षा बढाने का दावा किया जा रहा है. इसको देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोपीय निदेशक सुजसाना जकाब ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से व्यापक यात्रा प्रभावित हो सकती है. दो देशों के बीच की यात्रा प्रभावित होने सेअंतरराष्ट्रीयबाजार भी प्रभावित हो सकता है. ओबामा ने फिर से कहा है कि प्रोटोकोल को ध्यान में रखते हुए मेहमानों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जायेगी.
संक्रमण को ध्यान में रखते हुए बार-बार यह अफवाह उड़ायी जा रही है कि अमेरिका इबोला प्रभावित देशों से अपने यहां की उड़ाने रद्द कर सकता है, लेकिन अमेरिका की ओर से इस बात से इंकार किया गया है और कहा गया है कि सुरक्षा के साथ सभी उड़ान जारी रहेंगे, लेकिन एहतियात में कोई लापरवाही नहीं होगी. ओबामा ने अफ्रीका में इबोला के इतने खतरनाक रूप से फैलने के लिए सरकार की ढुलमुल रवैये की आलोचना की. इबोला का खतरा के कारण यात्रियों को हो रही असुविधा के बीच अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों को भी घाटा उठाना पड़ रहा है.
