धनबाद : झारखंड विकास मोरचा के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि कांग्रेस पहले महागंठबंधन के नेता का नाम एलान करे, फिर जेवीएम अपना पत्ता खोलेगा. किसी भी शर्त पर पार्टी झामुमो एवं भाजपा से किसी तरह का तालमेल या गंठबंधन नहीं करेगी.
सोमवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में मरांडी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान झामुमो लगातार सत्ता में रहा है. पहले शिबू सोरेन सीएम बने, फिर हेमंत डिप्टी सीएम बने. बाद में कांग्रेस के सहयोग से हेमंत सोरेन आज मुख्यमंत्री हैं. इन वर्षों में कई बड़े घोटाले हुए. जेवीएम लगातार हेमंत सरकार के खिलाफ आंदोलन करता रहा है.
इसलिए झामुमो के नेतृत्व में जेवीएम चुनाव नहीं लड़ेगा. कहा कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने उनसे संपर्क किया था. लेकिन, उन्होंने कांग्रेस नेताओं से भी कह दिया है कि झामुमो के साथ चुनाव लड़ कर किस मुंह से लोगों से वोट मांगने जायेंगे. अगर झामुमो को छोड़ कर कांग्रेस चुनावी गंठबंधन करना चाहती है तो बात हो सकती है. 2009 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस से गंठबंधन कर जेवीएम चुनाव लड़ चुकी है. साथ ही कहा कि तालमेल के सवाल पर जल्द ही तृणमूल कांग्रेस से बातचीत होगी. अभी तक तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी से कोई बात नहीं हुई है.