आगरा : Donald Trump come soon visit in india. मुहब्बत और ताजमहल की नगरी आगरा आजकल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगुआई में व्यस्त है. हालांकि, यह पहली दफा नहीं है, जब ताजनगरी में किसी अमेरिकी राष्ट्रपति का आगमन हो रहा है. इसके पहले भी अमेरिका के पूर्वराष्ट्रपतियों ने इस शहर का दीदार किया है. एक बार फिर यह शहर अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत के लिए तैयार किया जा रहा है. शहर का चप्पा-चप्पा चाक-चौबंद होगा. लाइटें होंगी. सफाईऔर स्वच्छता होंगी. हर जगह सुंदर छटा होगी, ताकि मुहब्बत की इस नगरी को अमेरिकी राष्ट्रपति दीदार करें, तो उनका मन गदगद हो जाए.
मोहब्बत की नगरी में सबसे ज्यादा ध्यान सुरक्षा पर दिया जा रहा है.वहीं, शहर की सड़कों व चौराहों को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है.इसके साथ ही दीवारों पर चित्रकारी कर सजाया जा रहा है.राष्ट्रपति की सुरक्षा में कहीं कोई चूक न हो जाए इसकी विशेष ध्यान रखा जा रहा है.इसके लिए आगरा प्रशासन के साथ अमेरिकी सुरक्षा अधिकारी भी चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए है.सुरक्षा की विभिन्न बिदुंओ पर जाच के लिए अमेरिकी सुरक्षा एंजेसी शुक्रवार को ही आगरा पहुंच गई.टीम ने खेरिया एयरपोट का करीब आधा घंटे तक जायजा लिया.
निरीक्षण में अधिकारियो ने सुरक्षा का एक खाका तैयार किया, जिसमें बताया की स्वागत के दौरान कितने लोग रहेंगे? इसके सा।थ ही, टीम ने ताजमहल के आस-पास के इलाके की रेकी भी की. वहीं, राष्ट्रपति का काफिला जिस रास्ते से गुजरेगा, उस रास्ते में पड़ने वाले सभी होर्डिग्स को हटाने के सख्त आदेश दिये. दुनिया के शक्तिशाली देश के राष्ट्रपति की सुरक्षा में कोई चूक न हो, इसके लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को सख्त हिदायत दी है.
गौरतलब है की अमेरिकीू राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 24 फरवरी को प्रस्तावित आगमन को देखते हुए शहर नें तैयारियां जोरों पर है. 25 फरवरी को ट्रंप शहर में 2 घंटे रहेंगे. इसी बीच वह अपने परिवार के साथ एक घंटे ताज में विताएंगे. ताज में राष्ट्रपति के साथ अमेरिकी सुरक्षा एंजेसी के कमाडोंज रहेंगें
रद्द हो सकता है दौरा : सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइंस और सुरक्षा कारणों के मद्देनजर अमेरिकी राष्ट्रपति का आगरा दौरा रद्द हो सकता है. अभी इस संबध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी, है लेकिन कयास लगाये जा रहे हैं. कोर्ट की गाइड लाइंस के अनुसार, ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में ईंधन से चलने वाली गाडियों पर रोक रहेगी. अब देखना यह होगा कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले को ताजमहल के पास तक जाने की अनुमति मिलती है या नहीं?