न्यूयॉर्क: संयुक्त राष्ट्र जेनरल एसेंबली के 74वें सत्र में पाकिस्तान के प्र्र्र्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने चिर-परिचित अंदाज में कश्मीर का राग अलापा. घाटी में भारत द्वारा मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा उठाते हुए इमरान ने पाकिस्तान को पीड़ित बताने की कोशिश की. इसके बाद भारतीय अधिकारियों ने इमरान खान को जवाब दिया ही. पाकिस्तानी नागरिकों ने भी उनकी पोल खोल दी.
#WATCH Gulalai Ismail, activist who was forced to flee Pakistan after being accused of treason: Our demand was to end human rights violations&release of people who are in torture cells but instead we were accused of terrorism…There's dictatorship in Khyber Pakhtunkhwa province. pic.twitter.com/26pDmp7gRr
— ANI (@ANI) September 27, 2019
मानवाधिकार कार्यकर्ता गुलालाई इस्माइल ने खोली पोल
देशदोह के आरोप में देश से भागने को मजबूर होने वाली पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता गुलालाई इस्माइल ने इमरान खान के दावों की पोल खोली और मानवाधिकार के मुद्दे पर पाक पीएम को जमकर लताड़ लगाई. खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से संबंध रखने वालाी गुलालाई इस्माइल ने कहा कि पाकिस्तान में आंतकवाद को मिटाने के नाम पर निर्दोष पश्तूनों को मार दिया गया.
Gulalai Ismail, rights activist who was forced to flee Pakistan after being accused of treason: Innocent Pashtuns were killed in Pakistan in the name of eradicating terrorism. Thousands of people are jailed in internment centres & torture cells of the Pakistani Army. #NewYork pic.twitter.com/OiQ41kvSIS
— ANI (@ANI) September 27, 2019
हजारों लोग आज भी पाकिस्तानी सेना के गुप्त ठिकानों और यातना कक्षों में बंद हैं. उन्होंने पाकिस्तान पर मानवाधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया.
गुलालाई इस्माइल ने कहा कि पाकिस्तान ने उनकी आवाज दबाने और उन्हें चोट पहुंचाने के लिए अपनी सारी मशीनरी का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि मेरी मां के खिलाफ आंतकवादी गतिविधियों में शामिल होने संबंधी मामले दर्ज किये गए. उनका कसूर बस इतना है कि वो मेरी मां हैं.
मानवाधिकार कार्यकर्ता गुलालाई इस्माइल ने कहा कि हमारी मांग बस इतनी है कि पाकिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर रोक लगे और ऐसे सभी लोगों को रिहा किया जाये जिनकों यातना गृहों में कैद रखा गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भीषण तानाशाही है.
कश्मीरी पंडितों ने पीएम मोदी के समर्थन में लगाए नारे
वहीं, यूएन जेनरल एसेंबली में पीएम मोदी के संबोधन से पहले बड़ी संख्या में कश्मीरी प्रवासी इकट्ठा हुए. इन सबके हाथों में पाकिस्तान विरोधी झंडे थे. उन पोस्टरों में वर्ल्ड हेट्स पाकिस्तान, पाकिस्तान टेरर स्टेट और ग्लोबल टेररिज्म जैसे नारे लिखे हुए थे. इन लोगों में कश्मीरी पंडितों सहित धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के बलोच, पश्चून, मुहाजिर और सिंधी लोग थे. इन लोगों ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की खुशी में पीएम मोदी के समर्थन में नारे लगाए.
Kashmiri Pandits, Balochs, Mohajirs gather outside UNHQ to support Modi for UNGA speech
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— ANI Digital (@ani_digital) September 27, 2019
इस दौरान पीएम मोदी ने कुछ कश्मीरी पंडितों से मुलाकात भी की. खबरों के मुताबिक पीएम ने उनको भरोसा दिया है कि वे कश्मीर में विकास तथा मुख्यधारा में वापसी के लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर रहे हैं और हमेशा करते रहेंगे. रैली में शामिल एक कश्मीरी युवती अंजली आर्या ने कहा कि अब मैं अपने घर कश्मीर जा सकती हूं.