लंदनः ब्रिटिश एयरवेज इस समय वेतन विवाद उस दौर से गुजर रही है, जो उसने कभी 100 साल के इतिहास में कल्पना भी सोचा भी नहीं होगा. एयरवेज के पायलट 9 सितंबर और 10 सितंबर को हड़ताल पर चले गए हैं. ऐसे में दनिया भर में करीब तीन लाख यात्री फंस गए हैं. एयरवेज ने सोमवार को कहा कि पायलटों की हड़ताल के पहले दिन वह ब्रिटेन के सभी हवाईअड्डों से अपनी करीब करीब सभी उड़ानें निरस्त करने को बाध्य है.
ब्रिटिश एयरवेज ने कहा पायलटों के साथ वेतन संबंधी विवाद को सुलझाने के कई महीने चले प्रयास के बावजूद, हम इस स्थिति में पहुंचे हैं इसके लिये हमें बहुत खेद है. एयरलाइन ने कहा है कि वह अभी भी ब्रिटिश एयरलाइन पायलट्स एसोसिएसन (बीएएलपीए) के साथ बातचीत के लिये तैयार है.
एयरलाइन ने कहा है कि दुर्भाग्य से बीएएलपीए से हमारे पास इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई कि कौन से पायलट हड़ताल पर होंगे, हम यह बताने की स्थिति में नहीं हैं कि कितने पायलट काम पर पहुंचेंगे और वह कौन सा विमान उड़ाने की योग्यता रखते हैं. इसलिये ऐसी स्थिति में हमारे सामने कोई विकल्प नहीं बचता है और हम करीब करीब शत प्रतिशत उड़ानों को निरस्त कर रहे हैं.
ब्रिटेन की एयरलाइन कंपनी ब्रिटिश एयरवेज के 4,300 के करीब पायलट पिछले नौ माह से वेतन विवाद को लेकर उलझे हुये हैं. उनकी हड़ताल की वजह से तीन लाख से अधिक लोगों की यात्रा अधर में पड़ गई है.
पायलट मंगलवार को भी अपनी हड़ताल जारी रख सकते हैं और उन्होंने एक दिन और 27 सितंबर को हड़ताल की धमकी दी है. इसके बाद भी यदि विवाद और बढ़ता है तो सर्दियों की छुट्टियों में भी उनकी हड़ताल हो सकती है. पायलटों के संगठन बीएएलपीए ने इससे पहले एयरलाइन के जुलाई में पेश तीन साल में 11.5 प्रतिशत वेतन वृद्धि के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.