लंदन : ब्रिटिश-भारतीय उपन्यासकार सलमान रश्दी के आगामी दिनों में प्रकाशित होने वाले उपन्यास ‘क्विचोटे’ ने इस साल के बुकर पुरस्कार की लंबी सूची में जगह बनायी है. 72 वर्षीय लेखक को पूर्व में 1981 में ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रन’ के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला था. वर्ष 2000 में ‘ब्लाइंड असैसिन्स’ के लिए बुकर पुरस्कार जीत चुकीं कनाडाई लेखिका मार्गरेट ऐटवुड का नाम भी इस इस साल के बुकर पुरस्कार की सूची में शामिल है. उनका नाम उनके उपन्यास ‘द टेस्टामेंट्स’ के लिए शामिल किया गया है, जो उनकी चर्चित किताब ‘द हैंडमेड्स टेल’ की उत्तर कथा (सीक्वल) है.
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पांच सदस्यीय चयन समिति ने बुधवार को घोषणा की कि इस बार की लंबी सूची एक अक्टूबर, 2018 से 30 सितंबर, 2019 के बीच ब्रिटेन या आयरलैंड में प्रकाशित 151 उपन्यासों के अध्ययन के बाद तैयार की गयी. इस बार की लंबी सूची में केविन बैरी का ‘नाइट बोट टू तांजियर’, ओयिंकान ब्रैथवेट का ‘माई सिस्टर, द सीरियल किलर’, लकी एल्मैन का ‘डक्स, न्यूबुरीपोर्ट’, बेर्नार्डाइन एवरिस्टो का ‘द वाल’, देबोराह लेवी का ‘द मैन हू सॉ एवरीथिंग’, वैलेरिया लुइसेली का ‘लॉस्ट चिल्ड्रन आर्काइव’, चिगोजी ओबियोमा का ‘एन ऑर्केस्ट्रा ऑफ माइनोरिटीज’, मैक्स पोर्टर का ‘लैनी’, एलिफ शफाक का ‘10 मिनट 38 सेकंड्स इन दिस स्ट्रेंज वर्ल्ड’ और जीनेट विंटरसन का ‘फ्रैंकिस्टीन’ उपन्यास शामिल है.
पिछले साल उत्तरी आयरलैंड निवासी एना बर्न्स को उनके उपन्यास ‘मिल्कमैन’ के लिए बुकर पुरस्कार मिला था. पुरस्कार मिलने के बाद से इस उपन्यास की 5,46,500 प्रतियां बिक चुकी हैं. बुकर पुरस्कार की स्थापना 1969 में हुई थी. इसके तहत विजेता को 50 हजार पाउंड नकद दिये जाते हैं. लंबी सूची में शामिल उपन्यासों में से छह के चयन की घोषणा तीन सितंबर को की जायेगी और फिर इनमें से बुकर पुरस्कार विजेता बने लेखक के नाम की 14 अक्टूबर को घोषणा की जायेगी.