इस्लामाबाद : पाक विदेश कार्यालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में नहीं है. दरअसल, एक दिन पहले ही ब्रिटेन की एक अदालत को बताया गया था कि 1993 के मुंबई बम धमाकों के मामले में वांछित यह गैंगेस्टर फिलहाल पाकिस्तान में रह रहा है.
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने यहां अपनी साप्ताहिक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में नहीं है. डी-कंपनी के एक प्रमुख सदस्य जाबिर मोती (51) के प्रत्यर्पण मुकदमे के दौरान लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत को बुधवार को बताया गया कि दाऊद 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों को लेकर वांछित है और वह फिलहाल पाकिस्तान में है.
इन धमाकों में 200 लोग मारे गए थे. मोती के वकील एडवर्ड फित्जगेराल्ड द्वारा पढ़े गए प्रत्यर्पण के लिए अमेरिकी अटार्नी के हलफनामे के अंश के मुताबिक डी कंपनी का सरगना दाऊद इब्राहिम फिलहाल पाकिस्तान में निर्वासन में है. दाऊद और उसका भाई अनीस इब्राहिम 1993 से ही भारत से फरार है.
उन्होंने बताया कि मौजूदा जांच से इस बात का खुलासा हुआ कि जाबिर मोती सीधे दाऊद को रिपोर्ट करता था. दरअसल, फित्जगेराल्ड यह स्थापित करने की कोशिश कर रहे थे कि उनके मुवक्किल को अमेरिकी अधिकारियों द्वारा दाऊद और डी कंपनी से जोड़े जाने का यह मतलब होगा कि उस पर न्यूयार्क के मेट्रोपोलिटन सुधार केंद्र में विशेष प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें उसे अलग-थलग रखना और उसे जोखिम में रखना शामिल है.
अमेरिका के मुताबिक दाऊद आतंकी संगठन अलकायदा से करीबी संबंध रखे हुए था. इस वजह से अमेरिका ने उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था. दाऊद का सहयोगी जाबिर धन शोधन, वसूली और मादक पदार्थों की तस्करी की साजिश रचने के आरोपों को लेकर अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने के मुकदमे का सामना कर रहा है. जाबिर को स्कॉटलैंड यार्ड (लंदन महानगर पुलिस) के अधिकारियों ने अगस्त 2018 को लंदन के एक होटल से गिरफ्तार किया था.