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उपराष्ट्रपति नायडू ने कोस्टारिका के राष्ट्रपति से क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म पर की बात

सान जोस (कोस्टारिका) : उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कोस्टारिका के राष्ट्रपति कार्लोस अलवराडो कैसादा के साथ मुलाकात की और सीमापार आतंकवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर सार्थक बातचीत की. दोनों नेताओं ने सहयोग के उन नये क्षेत्रों के विषय में चर्चा की, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने की संभावनाएं हैं. नायडू ने कोस्टारिका की […]

सान जोस (कोस्टारिका) : उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कोस्टारिका के राष्ट्रपति कार्लोस अलवराडो कैसादा के साथ मुलाकात की और सीमापार आतंकवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर सार्थक बातचीत की. दोनों नेताओं ने सहयोग के उन नये क्षेत्रों के विषय में चर्चा की, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने की संभावनाएं हैं. नायडू ने कोस्टारिका की कंपनियों को भारत में निवेश करने को आमंत्रित किया. नायडू शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्थापित यूनिवर्सिटी ऑफ पीस की ओर से मानद डॉक्टरेट की उपाधि दी गयी. वह यह उपाधि पाने वाले पहले भारतीय हैं.

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उन्होंने कहा कि कोस्टारिका के राष्ट्रपति कार्लोस कैसादा और मैंने आपसी हितों के कई मुद्दों पर सार्थक और सौहर्द्रपूर्ण बातचीत की. हमारी सार्थक बातचीत के आधार पर हमें इस बात का भरोसा है कि हमारे साझा प्रयास दोनों देशों के बीच जारी संबंधों को मजबूत करेंगे और नये क्षेत्र खोलेंगे. उपराष्ट्रपति कार्यालय ने ट्वीट में कहा कि भारत एक शांतिप्रिय देश है, लेकिन पिछले कुछ दशक से सीमापार के आतंकवाद का शिकार रहा है. हमने आतंकवाद और इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त व्यक्तियों एवं समूहों के खिलाफ एक आवाज में खड़े होने की जरूरत पर विस्तार से बातचीत की.

नायडू ने राष्ट्रपति कैसादा से शुक्रवार को सान जोर में कासा प्रेसिडेंशियल (राष्ट्रपति भवन) में मुलाकात की. उन्होंने कहा कि दोनों देशों में ऐसे सहयोग के ऐसे कई क्षेत्र है, जिनके माध्यम से आपसी संबंधों को नयी ऊंचाई पर ले जाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कोस्टारिका ने इस बात पर जोर दिया कि भारत इको पर्यटन, स्वच्छ परिवहन, शिक्षा और 2021 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य करने में लाभ उठाना चाहेगा.

उन्होंने कहा कि कोस्टारिका अंतरिक्ष एवं बायो प्रौद्योगिकी, सौर ऊर्जा समेत नवीकरणीय ऊर्जा, दवा, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी आईसीटी विशेषकर ई-प्रशासन, जलविद्युत उत्पादन एवं बिजली संयंत्रों के लिए उपकरण विनिर्माण, कृषि मशीनरी , कौशल उन्नयन तथा रेलवे निर्माण समेत जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भारत की मजबूत स्थिति का लाभ उठा सकता है.

नायडू ने कहा कि कोस्टारिका मध्य अमेरिकी क्षेत्र की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. कोस्टारिका की कंपनियों को बससे तेजी से वद्धि कर रही भारत की अर्थव्यवस्था में निवेश का आमंत्रण हैं. दोनों देशों के बीच वार्षिक 20 करोड़ डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है. उन्होंने कोस्टारिका को भारत का एक महत्वपूर्ण भागीदार करार दिया.

उन्होंने कहा कि दोनों देश लोकतंत्र, बहुलवाद, बहुसंस्कृतिवाद, मीडिया की स्वतंत्रता और मानवाधिकार के प्रति साझा प्रतिबद्धता जैसे मूल्यों और सिद्धांतों को मानते हैं. दोनों देशों ने राजनयिक और सरकारी अधिकारी का पासपोर्ट रखने वाले एक दूसरे के नागरिकों के लिए वीजा की जरूरत खत्म करने और बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तालमेल के करार पर दस्तखत किये. नायडू मध्य अमेरिकी क्षेत्र के दो देशों की यात्रा पर हैं और पराग्वे की यात्रा सम्पन्न कर के कोस्टारिका आये हैं.

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