कोलंबो : श्रीलंका ने बुधवार को कहा कि वह पुलवामा हमले के बाद भारत एवं पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव को लेकर बेहद चिंतित है और दोनों राष्ट्रों से इस तरह से पेश आने को कहा है, जिससे पूरे क्षेत्र (दक्षिण एशिया) में सुरक्षा, शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित हो सके. विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह पुलवामा में हुए इस आतंकवादी हमले की नि:संदेह निंदा करता है और आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ जंग में दृढ़ता से खड़ा है.
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जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को हुए जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गये थे. इस घटना से पूरे देश में आक्रोश था. इस घटना के बाद भारत ने नियंत्रण रेखा से करीब 80 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण केंद्र पर मंगलवार तड़के बम गिराये एवं उसे तबाह कर दिया. इस जवाबी कार्रवाई में बड़ी संख्या में आंतकवादी, प्रशिक्षक एवं शीर्ष कमांडर मारे गये.
मंत्रालय ने कहा कि श्रीलंका भारत एवं पाकिस्तान से पूरे क्षेत्र में सुरक्षा, शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के लिहाज से काम करने का आग्रह करता है. मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि श्रीलंका दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता बनाये रखने और संवाद एवं विश्वास बहाली के माध्यम से द्विपक्षीय समस्याओं के समाधान समेत तनाव कम करने के सभी प्रयासों का मजबूती से समर्थन करता है.