भारत और पाकिस्तान के बीच पुलवामा हमले के बाद से तनातनी लगातार बढ़ रही है. ऐसे में पाकिस्तान के एक सांसद ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाक़ात की है.
इमरान ख़ान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) के सांसद रमेश कुमार वंकवानी प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में हिस्सा लेने भारत आए हैं.
इसी दौरान उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाक़ात की. उन्होंने बताया कि उनकी एक छोटी से मुलाक़ात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी हुई.
वंकवानी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की बात को ही दोहराया और पुलवामा हमले में पाकिस्तान के हाथ होने से साफ इंकार किया.
अमृतसर में मौजूद बीबीसी के सहयोगी रविंद्र सिंह रॉबिन से उन्होंने कहा, ‘आप यह बिलकुल मत सोचिए कि पाकिस्तान अपनी धरती भारत के ख़िलाफ़ इस्तेमाल करेगा और अगर भारत के पास ऐसे कोई सबूत हैं जो यह बताते हैं कि पाकिस्ताी हुकूमत पुलवामा हमले में किसी तरह शामिल है तो उस पर भी पाकिस्तानी सरकार कार्रवाई करेगी.’
उन्होंने कहा, ‘अब वह वक़्त ख़त्म हो गया है कि हम एक दूसरे पर इल्ज़ाम लगाते रहें, अब आगे बढ़ने का वक़्त है.’
वंकवानी ने अपने भारत दौरे का मक़सद दोनों देशों के बीच दोस्ती का माहौल कायम करने को बताया.
https://twitter.com/RVankwani/status/1099258039801184256
सुषमा स्वराज से क्या कहा?
वंकवानी पाकिस्तान में सिंध प्रांत से आते हैं. उन्होंने सुषमा स्वराज के साथ अपनी मुलाक़ात की तस्वीरों को ट्विटर पर साझा किया है.
इस मुलाक़ात में दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई, इस बारे में वंकवानी ने बताया, ‘मैंने विदेश मंत्री जी को बताया कि प्रतिक्रिया के जवाब में प्रतिक्रियाएं देते रहने से कोई हल नहीं निकलेगा, किसी न किसी मोड़ पर हमें सकारात्मक पहल शुरू करनी होगी. भगवान भी चाहता है कि दोनों मुल्कों के बीच दोस्ती हो इसलिए ऐसे मुश्किल हालात में मैं भारत आ सका.’
वंकवानी पाकिस्तान में हिंदू काउंसिल के प्रमुख भी हैं. उन्होंने भारत के विदेश राज्य मंत्री और भारतीय सेना के पूर्व प्रमुख वी के सिंह के साथ भी मुलाक़ात की है. इस बारे में उन्होंने बताया कि वे पूरा दिन वी के सिंह के साथ रहे.
वंकवानी ने कहा कि कुछ ही दिनों में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से सकारात्मक लहज़े में बातें होने लगेंगी और ऐसा करना उनकी कमज़ोरी नहीं दर्शाएगा बल्कि यह उनकी मेहरबानी होगी.
इमरान ख़ान से करेंगे मुलाक़ात
वंकवानी ने साथ ही बताया कि पाकिस्तान लौटने क बाद वे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से मुलाक़ात कर अपने भारत दौरे के बारे में जानकारी साझा करेंगे साथ ही यहां उनके साथ जिस तरह का अच्छा बर्ताव किया गया उसके बारे में बताएंगे.
भारत के जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फ़रवरी को एक आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ़ के 40 से अधिक जवान मारे गए थे. इस हमले की ज़िम्मेदारी पाकिस्तान स्थित चरमपंथी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.
इस हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान लगातार एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं. भारतीय सेना और प्रधानमंत्री इस हमले का बदला लेने की बात कह चुके हैं जबकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ होने से साफ़ इंकार किया है.
भारत ने इस हमले के बाद पाकिस्तान से मोस्ट फ़ेवर्ड नेशन का दर्ज़ा भी वापस ले लिया था.
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