इस्लामाबाद : पाकिस्तान के शक्तिशाली सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने मंगलवार को कहा कि उनके देश ने अफगानिस्तान में शांति के लिए किसी अन्य देश से ज्यादा काम किया है. पाकिस्तान का परोक्ष इशारा अमेरिका की ओर था जो अफगानिस्तान में शांति बहाल करने के लिए 2001 से तालिबानी आतंकवादियों से लड़ रहा है.
जनरल बाजवा के बयान पाकिस्तान और अमेरिका के बीच चल रहे टकराव के बीच आये हैं. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवाद पर संघर्ष में सहयोग की कमी के लिए इस्लामाबाद की निंदा की है. सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने अफगानिस्तान और आतंकवाद पर युद्ध के बारे में जनरल बाजवा के बयान ट्वीट किये. जनरल बाजवा ने कहा, पाकिस्तान ने क्षेत्रीय शांति में योगदान देते हुए आतंकवाद के खिलाफ सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ी है. पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में शांति के लिए अन्य किसी देश से ज्यादा काम किया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने सबसे ज्यादा सैन्य, आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक कीमत चुकायी है और दुनिया को इसे समझना चाहिए.
सेना प्रमुख ने कहा, हम अफगानिस्तान में शांति की दिशा में काम करते रहेंगे. लेकिन, पाकिस्तान की इज्जत और पाकिस्तान की हिफाजत हमेशा सर्वोपरि रहेगी. प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को राष्ट्रपति ट्रंप के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अमेरिका को अफगानिस्तान में उसकी नाकामी के लिए पाकिस्तान को ‘बलि का बकरा’ बनाने के बजाय पता लगाना चाहिए कि तालिबान पहले से ज्यादा ताकतवर होकर कैसे उभरा है.