इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान उनके शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत कर विवादों में घिरे नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थन में उतर आयेहै़ं. उन्होंने मंगलवार को कहा कि जो लोग पंजाब के मंत्री की आलोचना कर रहे हैं, वे इस उपमहाद्वीप में शांति को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं.
उधर, सिद्धू के समर्थन में इमरान खान द्वारा बयान देने के बाद सेना के जवान औरंगजेब (14 जून को पुलवामा में आतंकवादियों द्वारा अपहरण करने बाद हत्या कर दी गयी थी.) के पिता मोहम्मद हनीफ ने कहा कि सिद्धू पाकिस्तान के सेना प्रमुख से गले मिले,मुझे लगता है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख को भी हमसे भी मिलना चाहिए. मैं इमरान खान से कहना चाहूंगा कि यदि वे हमारे सामने एक कदम बढ़ेंगे, तो हम 100 कदम आगे बढ़ेंगे.हनीफ ने कहा, मैं प्रधानमंत्री मोदी से भी इमरान खान से मिलने का अनुरोध करता हूं. उन्होंने आगे कहा, दोनों देशों के बीच ऐसी समझ होनी चाहिए कि दोनों देशों के किसी भी व्यक्ति हत्या नहीं की जाये. दोनों देशों को विकसित करना चाहिए.
सिद्धू 18 अगस्त को पाकिस्तान में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे. पाकिस्तान जाने के उनके फैसले और वहां उनके सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर उनकी विपक्ष और यहां तक कि उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस ने आलोचना की एवं नाखुशी प्रकट की. सिद्धू ने अपने फैसले का बचाव करने के लिए मंगलवारको चंडीगढ़ में संवाददाता सम्मेलन किया. सिद्धू के प्रेस कांफ्रेंस के शीघ्र बाद खान ने ट्वीट किया, ‘मेरे शपथ ग्रहण समारोह के लिए पाकिस्तान आने पर मैं सिद्धू को धन्यवाद देना चाहता हूं. वह शांति के राजदूत हैं और पाकिस्तान की जनता ने उन्हें प्यार और स्नेह दिया.’ उन्होंने लिखा, ‘भारत में जिन लोगों ने उन्हें निशाना बनाया है, वे इस उपमहाद्वीप में शांति को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं, बिना शांति के हमारे लोग तरक्की नहीं कर सकते.’
उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने के लिए पाकिस्तान और भारत को अवश्य बातचीत करनी चाहिए तथा कश्मीर मुद्दे समेत सभी विवादों का समाधान करना चाहिए. खान ने कहा, ‘इस उपमहाद्वीप में गरीबी दूर करने और लोगों के उत्थान का सबसे अच्छा तरीका बातचीत के माध्यम से विवादों का समाधान और व्यापार शुरू करना है.’ सिद्धू ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि पाकिस्तान की उनकी यात्रा राजनीतिक नहीं, बल्कि एक दोस्त के बुलावे पर की गयी यात्रा थी.