इस्लामाबाद : पाकिस्तान की जनता ने अपना नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए बुधवार को मतदान किया. वहीं, आईएसआईएस के आत्मघाती हमले और चुनावी हिंसा में कम से कम 35 लोग मारे गये हैं. देश के 70 साल के इतिहास में दूसरी बार लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता हस्तांतरण के लिए यह चुनाव हो रहा है. पाकिस्तान की सेना पर जहां आम चुनाव में हस्तक्षेप करने के आरोप लग रहे हैं, वहीं इसमें कट्टरपंथी इस्लामियों के शामिल होने के कारण भी लोग सशंकित हैं.
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आम चुनाव के लिए मतदान शुरू होने के कुछ ही घंटे के भीतर बलूचिस्तान की प्रांतीय राजधानी क्वेटा के भोसा मंडी क्षेत्र में हुए आत्मघाती हमले में पुलिसकर्मियों समेत 31 लोग मारे गये हैं. वहीं, चुनाव से जुड़ी हिंसा की अलग-अलग घटनाओं में चार अन्य लोगों की मौत हुई है. कई मतदान केंद्रों के बाहर प्रतिद्वंदी दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प होने की सूचना है.
नेशनल असेंबली और विधानसभा चुनाव साथ-साथ
पाकिस्तान में बुधवार को नेशनल असेंबली की 272 सीटों और चार प्रांतों पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय विधानसभाओं की कुल 577 सीटों के लिए मतदान हो रहा है. नेशनल असेंबली और चार प्रांतीय विधानसभाओं के सदस्यों को चुनने के लिए करीब 10.6 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं. पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के अनुसार, नेशनल असेंबली की 272 सीटों के लिए 3,459 उम्मीदवार अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा रहे हैं, जबकि पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों की विधानसभाओं की 577 सीटों के लिए 8,396 उम्मीदवार मैदान में हैं. चुनावों में 30 से ज्यादा राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
मतदान के बाद 24 घंटे के अंदर आ जायेगा परिणाम
देशभर में बनाये गये 85,000 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे शुरू हुआ. उत्साही मतदाता अपने-अपने मतदान केंद्रों के बाहर सुबह सात बजे से ही कतारों में लगने लगे. शाम चार बजे मतदान बंद होने के साथ ही सभी केंद्रों पर वोटों की गिनती शुरू हो जायेगी और 24 घंटे के भीतर चुनाव परिणाम की घोषणा कर दी जायेगी.
सैन्य प्रमुख बाजवा ने रावलपिंडी में किया मतदान
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने रावलपिंडी में मतदान किया. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ लाहौर में सबसे पहले मतदान करने वालों में शामिल थे. वह अगला प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद कर रहे हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि अभी-अभी मतदान किया. यही सही समय है, जब पाकिस्तान की प्रगति और खुशहाली के लिए मतदान करने की खातिर आप सब बाहर आएं. यह चुनाव देश के लिए शांति और स्थिरता का स्रोत बने.
बड़ी हस्तियों ने किया मताधिकार का प्रयोग
पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी, सिंध प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री मुराद अली शाह, एमक्यूएम-पी के फारूक सत्तार, पाक सरजमीन पार्टी (पीएसपी) अध्यक्ष मुस्तफा कमाल, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख इमरान खान, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष बिलावल भुट्टो और जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने भी अपने-अपने क्षेत्र में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. भुट्टो बहन आसिफा भुट्टो जरदारी और बख्तावर भुट्टो जरदारी ने भी मतदान किया. बख्तावर ने मतदान करने के बाद अपनी बहन के साथ तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है.
इमरान खान और पीएमएल-एन में कांटे का मुकाबला
चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और पीएमएल-एन के बीच कांटे का मुकाबला बताया जा रहा है. चुनाव की पूर्व संध्या पर जारी गैलप पाकिस्तान के सर्वेक्षण के नतीजों के मुताबिक पीटीआई को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़त मिलती दिख रही है, जबकि महत्वपूर्ण पंजाब प्रांत में पीएमएल-एन को जीत मिलने की उम्मीद है. पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो के नेतृत्व वाली पीपीपी (पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी) भी चुनावी समर में है.
शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए चाक-चौबंद सुरक्षा
शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने के लिए आयोग ने मतदान केन्द्रों पर करीब 16 लाख कर्मचारियों को तैनात किया है. सुरक्षा के लिए 4,49,465 पुलिसकर्मियों और सेना के 3,70,000 जवानों को तैनात किया गया है. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 342 सीटें हैं. इनमें से 272 सीटों पर प्रत्यक्ष निर्वाचन होता है, जबकि 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं. इनका बाद में अप्रत्यक्ष तरीके से निर्वाचन होता है. किसी भी पार्टी को देश में सरकार बनाने के लिए 172 सीटों की जरूरत होगी.