नयी दिल्ली : कोच बदला, कप्तान बदला, यहां तक कि पूरी टीम बदल डाली, लेकिन नहीं बदली, तो दिल्ली डेयरडेविल्स की किस्मत, जो इंडियन प्रीमियर लीग में लगातार छठे वर्ष प्लेआॅफ की दौड़ से बाहर हो गयी तथा अब एक और संघर्षरत टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ कल यहां अंतिम स्थान पर आने से बचने के लिए जोर आजमाइश करेगी. इस बार उसने भी तीनों महत्वपूर्ण विभागों में कभी-कभार एकजुटता दिखायी और उसके भी तीन जीत से केवल छह अंक हैं.
आरसीबी के लिए अच्छी खबर यह है कि उसने 17 अप्रैल 2016 के बाद डेयरडेविल्स से कोई मैच नहीं गंवाया है और उसकी टीम अपने इस प्रतिद्वंद्वी पर लगातार पांचवीं जीत दर्ज करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी. कल सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों नौ विकेट की हार से दिल्ली की धुंधली उम्मीदें भी समाप्त हो गयी.
ऋषभ पंत की नाबाद 128 रन की पारी भी टीम के काम नहीं आ पायी. पंत का शतक आइपीएल की सबसे बड़ी ऐसी पारी बन गयी, जो टीम को जीत नहीं दिला सकी. असल में पिछले कुछ मैचों में डेयरडेविल्स की बल्लेबाजी पंत के इर्द गिर्द ही घूमती रही. इसके युवा विकेटकीपर बल्लेबाज के नाम पर अभी 11 मैचों में 521 रन दर्ज हैं.
