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Easy Vastu Tips: अच्छी नींद और मानसिक शांति के लिए अपनाएं ये असरदार बेडरूम वास्तु टिप्स

Easy Vastu Tips: बेडरूम घर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो आराम और शांति के लिए बनाया जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, बेडरूम की सही दिशा और बिस्तर का स्थान व्यक्ति के स्वास्थ्य, नींद और रिश्तों पर गहरा प्रभाव डालता है।

Easy Vastu Tips: क्या आपको रात में ठीक से नींद नहीं आती? क्या आप अक्सर बेचैनी महसूस करते हैं? इसका कारण आपके बेडरूम का वास्तु दोष हो सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, बेडरूम की सही दिशा, बिस्तर की स्थिति और कमरे में रखी चीजें हमारी नींद और शांति पर गहरा प्रभाव डालती हैं। हालिया अध्ययनों और विशेषज्ञों की राय बताती है कि खराब नींद सिर्फ सेहत ही नहीं, बल्कि रिश्तों और धन पर भी नकारात्मक असर डाल सकती है। अच्छी और सुकून भरी नींद के लिए बेडरूम में वास्तु नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।

बेडरूम की सही दिशा और बिस्तर का स्थान

बेडरूम घर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो आराम और शांति के लिए बनाया जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, बेडरूम की सही दिशा और बिस्तर का स्थान व्यक्ति के स्वास्थ्य, नींद और रिश्तों पर गहरा प्रभाव डालता है।

  • बेडरूम की दिशा: वास्तु के अनुसार, मुख्य बेडरूम घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में होना चाहिए। यह दिशा शांति और स्थिरता को बढ़ावा देती है। कुछ वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि बेडरूम उत्तर या पश्चिम दिशा में भी हो सकता है, क्योंकि उत्तर दिशा करियर में सफलता और पश्चिम दिशा धन को आकर्षित करती है। हालांकि, घर के मध्य, उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पूर्व दिशा में बेडरूम बनाने से बचना चाहिए। दक्षिण-पूर्व दिशा अग्नि तत्व से जुड़ी है, और इस दिशा में बेडरूम होने से बेचैनी या रिश्तों में तनाव हो सकता है। उत्तर-पूर्व दिशा में बेडरूम बीमारी और मानसिक अशांति का कारण बन सकता है।
  • बिस्तर की दिशा: अच्छी नींद और सकारात्मक ऊर्जा के लिए बिस्तर का सिरहाना (हेडबोर्ड) दक्षिण या पूर्व दिशा में होना चाहिए। इसका मतलब है कि सोते समय आपके पैर उत्तर या पश्चिम दिशा की ओर होने चाहिए। दक्षिण दिशा में सिर करके सोने से मानसिक शांति, अच्छी नींद और धन में वृद्धि होती है। पूर्व दिशा में सिर करके सोना छात्रों, शिक्षकों और विद्वानों के लिए लाभकारी होता है, क्योंकि यह एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाता है। उत्तर दिशा में सिर करके सोना शुभ नहीं माना जाता है, क्योंकि यह पृथ्वी की चुंबकीय ऊर्जा के विरुद्ध होता है और नींद में बाधा या रक्तचाप की समस्या का कारण बन सकता है। पश्चिम दिशा में सिर करके सोने से व्यक्ति को नींद की समस्या और बुरे सपने आ सकते हैं। जोड़ों के लिए, दक्षिण-पश्चिम दिशा या उत्तर-पश्चिम दिशा में सिर दक्षिण की ओर और पैर उत्तर की ओर करके सोना आदर्श माना जाता है।
  • बिस्तर की स्थिति: बिस्तर को कमरे के बीच में रखने की कोशिश करनी चाहिए, कोनों में रखने से बचना चाहिए। बिस्तर का हेडबोर्ड किसी ठोस दीवार से सटा होना चाहिए और इसे खिड़की के नीचे रखने से बचना चाहिए। बिस्तर का मुंह दरवाजे की ओर नहीं होना चाहिए। बिस्तर आयताकार या वर्गाकार आकार का होना चाहिए, गोल या अंडाकार आकार के बिस्तर से बचें। बिस्तर के नीचे कोई सामान नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा का वास हो सकता है और नींद में खलल पड़ सकता है। साथ ही, बिस्तर के नीचे जूते-चप्पल, झाड़ू, कूड़ेदान या कोई अनुपयोगी चीज नहीं रखनी चाहिए। यदि बिस्तर बीम के नीचे है, तो यह नींद और सेहत को प्रभावित कर सकता है।

बेडरूम में रंगों का महत्व

बेडरूम में सही रंगों का चुनाव मानसिक शांति और अच्छी नींद के लिए बहुत जरूरी है। रंग हमारे मन और शरीर पर गहरा प्रभाव डालते हैं।

  • दीवारों के रंग: बेडरूम के लिए हल्के और सुखदायक रंग जैसे हल्का गुलाबी, ग्रे, नीला, भूरा, हरा, आइवरी और सफेद सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं।
    • हल्का लाल और गुलाबी: ये रंग प्यार और गर्मजोशी का प्रतीक हैं, विवाहित जोड़ों के लिए विशेष रूप से भाग्यशाली माने जाते हैं, जो रिश्ते को गहरा करने में मदद करते हैं।
    • नीला: यह शांति, स्थिरता, सौंदर्य, संतोष और भक्ति का प्रतीक है। मास्टर बेडरूम में हल्के नीले रंग शांति से सोने में मदद करते हैं। उत्तर-पूर्व और पूर्व दिशा के बेडरूम के लिए नीला रंग सबसे अच्छा होता है।
    • पीला: पीला रंग संतोष, बुद्धि और प्रसन्नता का प्रतीक है, जो सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
    • भूरा: यह धरती का प्रतीक है और सुरक्षा व निर्भरता को दर्शाता है। दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित बेडरूम के लिए यह आदर्श है।
    • हरा: बच्चों के बेडरूम के लिए हरा रंग सफलता और सकारात्मकता लाता है।
    • चांदी और हल्का ग्रे: दक्षिण-पूर्व दिशा की दीवारों के लिए यह आदर्श हैं, जो सुंदरता और आधुनिकता का प्रतिनिधित्व करते हैं।
    • पीच और हल्का भूरा: दक्षिण-पश्चिम दिशा की दीवारों के लिए ये रंग उचित हैं, जो गर्मी, आराम और दृढ़ता की भावना पैदा करते हैं।
  • बेडशीट का रंग: अच्छी नींद के लिए हमेशा हल्के रंग की बेडशीट का इस्तेमाल करें। ऐसी बेडशीट से बचें जिसमें एक साथ कई डिजाइन बने हों।
  • रंगों से बचें: बेडरूम में काले, गहरे लाल, गहरे हरे और गहरे बैंगनी जैसे गहरे रंगों से बचना चाहिए। चमकीले रंग उत्तेजक हो सकते हैं।

दर्पण और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का स्थान

बेडरूम में दर्पण और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का स्थान भी वास्तु के अनुसार महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि ये नींद और शांति को प्रभावित कर सकते हैं।

  • दर्पण (शीशा):
    • बेडरूम में दर्पण को पूर्व या उत्तर दिशा की दीवार पर लगाना चाहिए। दक्षिण या पश्चिम दिशा की दीवार पर दर्पण लगाने से कमरे में नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है।
    • दर्पण को इस तरह से रखना चाहिए कि उसमें बिस्तर का प्रतिबिंब न दिखे। बिस्तर का प्रतिबिंब स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है और शांतिपूर्ण नींद में खलल डाल सकता है। यदि बेडरूम में दर्पण है, तो रात को सोते समय उसे किसी कपड़े से ढक देना चाहिए।
    • ड्रेसिंग टेबल को दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम दीवार पर नहीं रखना चाहिए।
    • बिना फ्रेम का शीशा नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि यह हर चीज को सीमा में रखने का संकेत देता है।
  • इलेक्ट्रॉनिक उपकरण:
    • बेडरूम में कोई भी इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे टीवी, कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल नहीं रखना चाहिए। ये तनाव का कारण बन सकते हैं और नींद में बाधा डाल सकते हैं, क्योंकि इनसे निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा दंपति के जीवन को प्रभावित कर सकती है।
    • अगर टीवी रखना ही है, तो उसे दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें और बिस्तर के सामने न हो। लैपटॉप और डेस्कटॉप को भी दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए।
    • सोने से पहले सभी अनावश्यक इलेक्ट्रॉनिक सामान बंद कर देने चाहिए।
    • एयर कंडीशनर और अन्य कूलिंग उपकरण उत्तर या पश्चिम दिशा की ओर होने चाहिए।
    • बिजली से जुड़े सामान या गर्मी उत्पन्न करने वाले उपकरणों को उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए।

बेडरूम में पौधे और अन्य सजावट

पौधे और सजावटी वस्तुएं बेडरूम के वातावरण को प्रभावित करती हैं और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में मदद कर सकती हैं।

  • पौधे: बेडरूम में कुछ पौधे रखना सकारात्मक ऊर्जा ला सकता है और अच्छी नींद में मदद कर सकता है।
    • पीस लिली (Peace Lily): यह सुख, शांति और सद्भाव का प्रतीक है। इसे बेडरूम में रखने से नींद अच्छी आती है और अनिद्रा की समस्या दूर होती है।
    • चमेली (Jasmine): चमेली का पौधा और इसके फूलों की सुगंध अच्छी नींद लाने में सहायक होती है।
    • लैवेंडर (Lavender): लैवेंडर की सुकून देने वाली खुशबू आंतरिक शांति को बढ़ावा देती है और अनिद्रा की समस्या को दूर करती है।
    • स्नेक प्लांट (Snake Plant): यह प्रदूषित हवा को शुद्ध करता है, जिससे अच्छी और पर्याप्त नींद आती है।
    • एलोवेरा (Aloe Vera): यह कमरे की हवा को शुद्ध करता है।
    • मनी प्लांट (Money Plant): इसे बेडरूम के नुकीले कोनों पर रखने से तनाव कम होता है और वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ता है।
    • बैम्बू प्लांट (Bamboo Plant): इसे वास्तु शास्त्र और फेंगशुई में भाग्यशाली माना जाता है। बेडरूम के दक्षिण-पूर्व कोने में इसे रखना शुभ है।
    • चाइनीज़ एवरग्रीन (Chinese Evergreen): यह जीवन में सफलता लाता है और वास्तु के अनुसार बेडरूम के लिए अनुकूल है।
    • ऐरेका पाम (Areca Palm): यह कमरे की सुंदरता बढ़ाता है और हवा से विषाक्त पदार्थों तथा नमी को दूर करने में मदद करता है।
    • स्पाइडर प्लांट (Spider Plant): यह कमरे की हवा को प्राकृतिक रूप से शुद्ध करता है।
  • सजावट:
    • दीवारों को परिदृश्य या समुद्र के शांत चित्रों से सजाना चाहिए। हिंसा या संघर्ष दर्शाने वाली पेंटिंग या मूर्तियों से बचना चाहिए।
    • बेडरूम में धार्मिक चित्र या पूर्वजों की तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए।
    • कमरे में अकेली बत्तख या हंस जैसी एकल सजावटी वस्तुएं रखने से बचें। इसके बजाय, जोड़े में आने वाली वस्तुओं का चयन करें, क्योंकि वे प्यार और एकजुटता का प्रतीक हैं। विवाहित जोड़ों के लिए, बेडरूम में क्रिस्टल सारस क्रेन की एक जोड़ी रखना संबंधों को मजबूत करने में मदद करता है। राधा-कृष्ण या हंसों के जोड़े का चित्र भी पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ाने में सहायक होता है। हिमालय, शंख या बांसुरी के चित्र भी लगा सकते हैं।
    • बेडरूम में सुगंधित फूल या अगरबत्ती रखने से सकारात्मक ऊर्जा आती है।
    • खराब बिस्तर, तकिया, परदे, चादर, रजाई आदि नहीं रखने चाहिए।
    • शयन कक्ष में झाड़ू, जूते-चप्पल, अटाला, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, टूटे और आवाज करने वाले पंखें, टूटी-फूटी वस्तुएं, फटे-पुराने कपड़े या प्लास्टिक का सामान नहीं रखना चाहिए।

जल तत्व और अन्य वास्तु नियम

वास्तु शास्त्र में पंच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश) का संतुलन बहुत महत्वपूर्ण है, जो घर में सुख-समृद्धि और शांति लाता है। जल तत्व भी इसमें एक अहम भूमिका निभाता है।

  • जल तत्व: बेडरूम के अंदर पानी से संबंधित चित्र या पानी से भरी कोई वस्तु नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि यह रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है।
  • प्राकृतिक प्रकाश और हवा: दिन के समय बेडरूम में प्राकृतिक रोशनी आने दें, क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा लाती है।
  • साफ-सफाई: बेडरूम को साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखना चाहिए।
  • कम से कम डिजाइन: बेडरूम डिजाइन को सरल और न्यूनतम रखना चाहिए, जिससे मानसिक शांति और आराम मिलता है।
  • अटैच बाथरूम: यदि बेडरूम में अटैच बाथरूम है, तो इस्तेमाल में न होने पर उसका दरवाजा बंद रखना चाहिए।
  • छत: बेडरूम की छत गोल नहीं होनी चाहिए।
  • नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के उपाय: उत्तर-पूर्व की ओर मुख वाले बेडरूम में एक कटोरी समुद्री नमक या कपूर के क्रिस्टल रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और वास्तु दोष कम होता है।
Rajeev Kumar
Rajeev Kumar
राजीव, 14 वर्षों से मल्टीमीडिया जर्नलिज्म में एक्टिव हैं. टेक्नोलॉजी में खास इंटरेस्ट है. इन्होंने एआई, एमएल, आईओटी, टेलीकॉम, गैजेट्स, सहित तकनीक की बदलती दुनिया को नजदीक से देखा, समझा और यूजर्स के लिए उसे आसान भाषा में पेश किया है. वर्तमान में ये टेक-मैटर्स पर रिपोर्ट, रिव्यू, एनालिसिस और एक्सप्लेनर लिखते हैं. ये किसी भी विषय की गहराई में जाकर उसकी परतें उधेड़ने का हुनर रखते हैं. इनकी कलम का संतुलन, कंटेंट को एसईओ फ्रेंडली बनाता और पाठकों के दिलों में उतारता है. जुड़िए [email protected] पर

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