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Kaun Banega Crorepati 14: केबीसी के हर एपिसोड के शुरू होने से पहले मुझे डर लगता है- अमिताभ बच्चन

टीवी का पॉपुलर क्विज शो कौन बनेगा करोड़पति का 14वां सीजन सात अगस्त से टीवी पर शुरू होने वाला है. शो को देखने के लिए फैंस काफी उत्साहित है. इसे लेकर शो के होस्ट अमिताभ बच्चन ने बात की. बिग बी ने बताया कि वो किस वजह से केबीसी को हां कहते है.

Kaun Banega Crorepati 14: कौन बनेगा करोड़पति का 14 वां सीजन आगामी 7 अगस्त को छोटे परदे पर दस्तक देने वाला है. महानायक अमिताभ बच्चन एक बार फिर इस शो को होस्ट करने जा रहे हैं. यह उनका 12 वां सीजन होगा. इस नए सीजन और उससे जुड़ी चुनौतियों पर उर्मिला कोरी हुई बातचीत के प्रमुख अंश.

क्या वजह है कि जो आप इस केबीसी को हमेशा हां कहते हैं?

दर्शक जो उत्साह दिखाते हैं और जिस तरह से वे शो में मेरा स्वागत करते हैं, वह मुझे शो में वापस लाता है.

इस केबीसी के इस सीजन से आपकी क्या उम्मीदें हैं?

अच्छी टीआरपी की.

जब यह गेम शो आपको हर सीजन ऑफर होता है,तो आपका क्या रिएक्शन होता है?

मुझे लगता है कि मुझे एक और काम मिल गया है.

इस शो को 22 साल हो गए ,लेकिन आज भी यह गेम शो लोकप्रिय बना हुआ है,इसकी वजह आप क्या मानते हैं?

अक्सर परिवार एक साथ बैठकर इस शो देखते हैं. कभी-कभी परिवार के सदस्य आपस में प्रश्नोत्तरी खेलते हैं. माता-पिता अपने बच्चों से सवालों के जवाब देने के लिए कहते हैं और कई बार बच्चे अपने माता-पिता से जवाब मांगते हैं. जिससे यह कई घरों में एक बहुत ही अनुकूल माहौल बनाता है. मुझे यह भी पता चला कि जो बुजुर्ग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकते हैं. यह शो उनके मनोरंजन का बहुत अच्छा जरिया है. वे इस शो की प्रतीक्षा करते हैं.

क्या आपके लिए यह शो अब किसी तरह की चुनौती भी लाता है ?

सच कहूं तो,मेरे हाथ-पैर आज भी कांपते हैं. मुझे हमेशा लगता है कि मैं शो को कैसे होस्ट करूंगा, क्या मैं इसे संभाल पाऊंगा या नहीं. हर एपिसोड से पहले मुझे डर लगता है कि मैं शो का संचालन कैसे करूंगा. मैं ऐसा इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि दर्शक यहां बैठे हैं लेकिन जिस तरह से वे मेरा स्वागत करते हैं और भाग लेते हैं, वे मुझे प्रोत्साहित करते हैं. इसके लिए मैं हमेशा उनका शुक्रिया अदा करता हूं. मैं उनसे कहता हूं कि मैं वहां उनकी वजह से हूं. वे जिस तरह से प्यार और रुचि दिखाते हैं, वे मुझे उनसे बात करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. बहुत कुछ प्रतियोगी पर निर्भर करता है. वह कैसा व्यवहार करेंगे, वह कैसे जवाब देंगे.

सभी प्रतियोगी जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं, क्या कभी आपको उनसे किसी तरह का कनेक्शन भी महसूस होता हैं?

उनमें से हर एक से मैं कनेक्शन महसूस करता हूं,क्योंकि जिस क्षण से वे अपने जीवन के बारे में बात करना शुरू करते हैं कि वे सभी एक साधारण परिवार से आते हैं।एक आम मिडिल क्लास. जिससे मैं ,आप सभी कोई जुड़ाव महसूस कर सकता है. यह महत्वपूर्ण कुर्सी किसी की भी ज़िन्दगी बदल सकता है. जब आप लोगों को जीतते हुए देखते हैं तो यह मानने लगते हैं कि यह किसी के साथ भी हो सकता है. आपके साथ भी हो सकता है.

केबीसी को ब्रांड बनाने में आप अपने अलावा और किसको श्रेय देना चाहेंगे?

इस अद्भुत शो में शामिल सभी लोग कमाल के हैं। हर बार जब कोई प्रतियोगी अच्छा प्रदर्शन करता है, तो पूरा क्रू चारों ओर आ जाता है और उसे अच्छा करने के लिए मोटिवेट करते हैं.परदे के पीछे काम करने वाले असल में इस शो के नायक -नायिकाएं हैं. शो में उनके साथ होना अद्भुत है. एक अद्भुत टीम है, जिनके चेहरों को देखने या उनसे बात करने के लिए आपको कभी नहीं मिलता है लेकिन यह शो उनके बिना कभी नहीं हो सकता है. वे शूटिंग से घंटों पहले यहां आते हैं और खूब मेहनत करते हैं. मैं बताना चाहूंगा कि केबीसी के सेट पर महिलाओं का प्रतिशत पुरुषों के बराबर ही है.

आपने हाल ही में अपने ब्लॉग में टिप्पणी की थी कि “हर बार मैं कहता हूं कि फिर कभी नहीं फिर भी यह सब बार-बार वापस आता है.” ऐसा क्या आपने कौन बनेगा करोड़पति शो के लिए लिखा है?

बिल्कुल नहीं,उस टिप्पणी का दूसरा अर्थ था. मैंने यह लाइन तब लिखी थी जब मैं हैदराबाद में एक फिल्म की शूटिंग कर रहा था. मुझे उस फिल्म के लिए बहुत सारे प्रोस्थेटिक्स का इस्तेमाल करना पड़ा और भूमिका के लिए लंबी दाढ़ी भी रखनी पड़ी, मैंने ये पंक्तियां यह सोचते हुए लिखीं कि अगर मुझे फिर से इतना ज्यादा प्रोस्थेटिक्स का उपयोग करना पड़ा, तो मैं फ़िल्म नहीं करूंगा हालांकि मैं ऐसा कई बार सोचता हूं ,लेकिन फिर मैं फ़िल्म से जुड़ जाता हूं.

देश की आज़ादी के 75 वर्ष के जश्न के साथ केबीसी का पहला एपिसोड आनेवाला है कितना खास आप आज़ादी के इस साल को मानेंगे?,

75 वर्ष किसी देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. कई बार मेरा मन करता है कि मैं यह सवाल पूछूं कि भारत ने जो 75 साल में साबित किया है, वह 75 सालों में और कितने देशों ने साबित किया है. आपको अपना उत्तर मिल जाएगा. यदि आप अन्य देशों की तुलना हमारे देश की आर्थिक प्रगति या उस सुधार से करें जो स्वतंत्रता के बाद हुआ है, तो आप महसूस करेंगे कि वे किस स्थिति में हैं और हम किस स्थिति में. इस बार केबीसी में इस अंक को खास तौर पर शामिल किया है. 75 लाख का एक पड़ाव हो गया है और इनामी राशि को भी 7.50करोड़ का इस बार कर दिया गया है.

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