मरांग बुूरु बचाओ भारत यात्रा की शुरूआत कल से ही हो चुकी है. इस यात्रा की शुरूआत सालखन मुर्मू ने की. यात्रा का दूसरा पड़ाव रांची शहर है. ऐसे में सालखन मुर्मू इस दौरान प्रभात खबर से बात करते हुए कहा कि यह आदिवासियों का सबसे पवित्र पूजा स्थल है. किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत से पूर्व हम मरांग बुरु का नाम लेते है. ऐसे में हम अपने भगवान को बचाने के लि अंतिम सांस तक लड़ाई करेंगे. मरांग बुूरु आदिवासियों का ही था. इतिहास में इस बात के कई साक्ष्य भी है. भारत सरकार को भी यह बात माननी होगी और मरांग बुरु आदिवासियों को ही देना होगा.
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