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झारखंड: कुख्यात अपराधी अमन सिंह की धनबाद जेल में हत्या, जांच में जुटी पुलिस

धनबाद: नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपी शूटर अमन सिंह की जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

धनबाद: नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपी शूटर अमन सिंह की धनबाद जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. बताया जा रहा है कि उसे सात गोली मारी गयी है. पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. कुख्यात अपराधी अमन सिंह धनबाद जेल में बंद था. जैसे ही उसकी हत्या की सूचना मिली, वैसे ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और छानबीन में जुट गए हैं. आपको बता दें कि धनबाद में बढ़ते अपराध के खिलाफ शनिवार को आक्रोश मार्च निकाला गया था. कारोबारियों से रंगदारी की मांग और हत्या-लूट से धनबाद के लोग त्रस्त हैं. धनबादवासियों ने अपराधमुक्ति को लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन भी किया. इसके बाद भी अपराधियों का मनोबल कम नहीं हुआ है.

गैंगस्टर अमन सिंह की जेल में कर दी हत्या

झारखंड के धनबाद से आज रविवार को बड़ी खबर सामने आयी है. गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. सबसे बड़ी बात तो ये है कि उसकी हत्या जेल के अंदर कर दी गयी है. उसकी हत्या किसने की और क्यों की है, इसकी जांच में पुलिस जुट गयी है.

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नीरज सिंह हत्याकांड में जेल में बंद था अमन सिंह

नीरज सिंह हत्याकांड में अपराधी अमन सिंह धनबाद जेल में बंद था. उसे सात गोली मारी गयी है. हादसे के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. कुख्यात अपराधी की धनबाद जेल में हत्या की सूचना मिलने पर धनबाद डीसी, एसएसपी समेत आलाधिकारी जेल पहुंचे. इसके बाद इस मामले में पुलिस छानबीन कर रही है.

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पुलिस की लापरवाही से रंगदारी मामले में बरी हो चुका था अमन सिंह

धनबाद के बैंक मोड़ थाना में पदस्थापित रहे दो सिपाहियों की गवाही नहीं देने के कारण धमकी और रंगदारी मामले में आरोपी कोयलांचल का गैंगस्टर अमन सिंह, उत्तरप्रदेश का उसका सहयोगी अभिनव प्रताप सिंह, सुनील निषाद व रवि ठाकुर को साक्ष्य के अभाव में धनबाद की निचली अदालत ने पिछले दिनों बरी कर दिया था. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी अजय कुमार सिंह ने प्रारंभिक जांच सीआईडी से करायी. जांच में यह बात सामने आयी कि मामले के शिकायतकर्ता एसआई इंद्रजीत कुमार राणा ने 30 जनवरी 2021 को बैंक मोड़ थाना में उक्त लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. इसमें गवाह के रूप में धनबाद जिला बल के सिपाही दीपक कुमार सिंह व सिपाही इरफान अहमद को गवाह बनाया गया था. हालांकि, इस मामले में सिर्फ एसआई इंद्रजीत कुमार राणा ने कोर्ट में गवाही दी थी. केस के अनुसंधानकर्ता अजय कुमार ने भी गवाही नहीं दी. इनके अलावा दोनों सिपाही भी गवाही के लिए कोर्ट में हाजिर नहीं हुए.

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एसआई इंद्रजीत कुमार राणा ने दर्ज करायी थी प्राथमिकी

प्राथमिकी में एसआई इंद्रजीत कुमार राणा ने कहा था कि उन्हें गुप्त सूचना मिली है कि एक मोबाइलधारक बैंक मोड़ थाना क्षेत्र व धनबाद जिले में रह रहे कई व्यवसायियों को धमकी देकर रंगदारी वसूलने के उद्देश्य से आपराधिक गिरोह को संगठित कर रहा है. गिरोह में धनबाद जिले के साथ झारखंड सहित दूसरे राज्य के कुख्यात अपराधी शामिल हैं. फर्जी नाम व दस्तावेज तैयार कर कई और मोबाइल नंबर लेकर गिरोह के सदस्यों को दिया जा रहा है. ताकि वे लोग हत्या करने की धमकी देकर रंगदारी वसूल सकें. अभिनव सिंह के फेसबुक में अभिनव प्रताप सिंह के नाम की आईडी बनाकर फेसबुक चलाया जा रहा. इसमें वह अमन सिंह के साथ अपने को टैग किए हुए हैं. आरोप है कि अमन सिंह ने हाल के दिनों में गोविंदपुर थाना, तेतुलमारी थाना सहित कतरास थाना में राजेश गुप्ता पर गोली चलवाई थी. मिट्ठू सिंह उर्फ राजेश सिंह से रंगदारी की मांग करने के साथ ही सिटी फ्यूल पेट्रोल पंप पर गोली चलवाने जैसी घटना को अंजाम दिलवाया था. अभिनव सिंह जो भी काम करता है वह अमन सिंह के इशारे पर कर रहा है.

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