चीनी सरकारी मीडिया ने देश में गूगल की सेवा जीमेल पर रोक लगाने का जिम्मेवार स्वयं गूगल को ही ठहराया है. इसके अनुसार इंटरनेट कंपनी गूगल ने चीन के कानून का पालन नहीं किया, जिसके वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ा.
कल चीन में अप्रत्यक्ष रूप से भी जीमेल के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था. इसका मतलब है कि लोग थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर की मदद से भी जीमेल का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
इस खबर पर एक विदेशी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे संपादकीय ने मामले को तूल दे दिया है. संपादकीय में ‘जीमेल पर गैर जरूरी अटकलबाजी’ शीर्षक के साथ लेख प्रस्तुत किया गया था. लेख में कहा गया था कि इंटरनेट कंपनी चीन के कानून का पालन करने के लिए किस हद तक जा सकती है.
बता दें कि चीन उन्हीं विदेशी कंपनियों को देश में व्यापार करने की इजाजत देती हैं जो देश का कानून मानकर करोबार करने को तैयार रहती हैं.