25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Jio ने सबको पीछे छोड़ा, लगाये सबसे ज्यादा 5G टावर, जानें एयरटेल का हाल

Jio 5G Vs Airtel 5G - जियो की ओर से देश में अब तक 2.81 लाख बीटीएस यानी 'बेस ट्रांसीवर स्टेशन' टावर लगाये गए हैं. इनमें से रिलायंस जियो ने अकेले 2.28 लाख बीटीएस टावर लगाये हैं, जो भारत में लगे कुल 5G टावर्स का 81 प्रतिशत है. इस लिस्ट में एयरटेल पीछे है, जिसने अब तक 52,223 बीटीएस टावर लगाये हैं.

  • देश में अब तक लगे कुल 5जी बीटीएस टावर्स में से 81 प्रतिशत से अधिक रिलायंस जियो के

  • जियो के 2,28,689 बीटीएस टावर्स के मुकाबले एयरटेल ने लगाए मात्र 52,223

  • बिहार झारखंड में जियो के 12122 के मुकाबले एयरटेल 3740 टावर्स

Reliance Jio Tower In India : रिलायंस जियो 5G नेटवर्क रोलआउट करने के मामले में सबसे आगे है. जियो की ओर से देश में अब तक 2.81 लाख बीटीएस यानी ‘बेस ट्रांसीवर स्टेशन’ टावर लगाये गए हैं. इनमें से रिलायंस जियो ने अकेले 2.28 लाख बीटीएस टावर लगाये हैं, जो भारत में लगे कुल 5G टावर्स का 81 प्रतिशत है. इस लिस्ट में एयरटेल पीछे है, जिसने अब तक 52,223 बीटीएस टावर लगाये हैं. आपको बता दें कि बेस ट्रांसीवर रिसीवर एक रेडियो ट्रांसमीटर या रिसीवर है. इसमें एंटीना मोबाइल दूरसंचार नेटवर्क में इस्तेमाल किया जाता है. बेस स्टेशन रेडियो लिंक से नेटवर्क और मोबाइल यूजर्स के बीच संचार बनाये रखने में मदद करता है.

देश में 7 जुलाई तक 5जी के कुल 2,81,948 बीटीएस (बेस ट्रांसीवर स्टेशन) टावर लगाये गए हैं. इनमें से रिलायंस जियो ने अकेले ही 2,28,689 बीटीएस टावर लगाये हैं. जो भारत में लगे कुल 5जी टावर्स का 81 फीसदी से भी अधिक बैठता है. एयरटेल 5जी की रेस में बहुत पीछे छूट गई लगती है, वह अब तक मात्र 52,223 बीटीएस टावर ही लगा पाई है. संसद में उठे एक सवाल के जवाब में संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने यह जानकारी दी.

सरकार ने संसद के पटल पर जिलेवार 5जी बेस ट्रासीवर स्टेशन्स की लिस्ट रखी. इस लिस्ट में भी रिलायंस जियो की बढ़त साफ नजर आती है. देश की राजधानी दिल्ली में जहां एयरटेल ने मात्र 2310 बीटीएस लगाये हैं, वहीं रिलायंस जियो 8,204 बीटीएस टावर्स लगा चुका है. दिल्ली में अब तक कुल 10,532 5जी बीटीएस टावर्स लगाये जा चुके हैं. मुंबई में भी 5जी बीटीएस टावर्स की कुल तादाद अभी 5167 है, जिसमें से जियो ने 3953 और एयरटेल ने 1214 बीटीएस टावर्स लगाये हैं. देश के बाकी महानगरों का भी कमोबेश एयरटेल 5जी की रेस में पिछड़ा नजर आता है.

देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की हालात भी कोई जुदा नहीं है. 5जी के उत्तर प्रदेश में 7 जुलाई तक लगे 28,876 बीटीएस टावर में से 23,527 रिलायंस जियो के नेटवर्क से जुड़े थे. एयरटेल 5,349 बीटीएस टावर्स ही लगा पाई थी. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लगे 2.5 हजार 5जी बीटीएस टावर्स में से 2 हजार से ज्यादा रिलायंस जियो के हैं.

बिहार टेलीकॉम सर्किल के दो राज्यों बिहार और झारखंड की बात करें, तो रिलायंस जियो एयरटेल से काफी आगे है. बिहार के 10019 बीटीएस टावर्स में से रिलायंस जियो ने सभी 38 जिलों में 7032 टावर्स लगाये हैं. जबकि एयरटेल प्रदेश के 38 जिलों में महज 2987 टावर्स लगा पाई है. राजधानी पटना में रिलायंस जियो के 1818 5G बीटीएस टावर्स हैं जबकि एयरटेल 410 टावर्स ही लगा पाई है.

उधर झारखंड में भी बीटीएस टावर्स के मामले में रिलायंस जियो ने एयरटेल को काफी पीछे छोड़ रखा है. प्रदेश के 24 जिलों के 6643 बीटीएस में रिलायंस जियो की हिस्सेदारी 5090 है जबकि एयरटेल 753 टावर्स लगा पाई है. राजधानी रांची की बात करें, तो जियो के 1136 टावर्स के मुकाबले एयरटेल 200 टावर्स ही लगा पाई है.

संचार मंत्री ने आगे बताया कि भारत ने स्वंय की 4जी व 5जी तकनीक विकसित कर ली है और भारत संचार निगम लिमिटेड में इसकी तैनाती शुरू भी हो गई है. दूरसंचार और नेटवर्किंग उत्पादों के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन योजना फरवरी 2021 को शुरू की गई थी. योजना के तहत कंपनियों ने मई 2023 तक 6911 करोड़ रुपये का निर्यात किया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें