एक बच्ची ने उसका विश्वास फिर से वापस लौटाया. सौम्यजीत चौधरी ने उसी कहानी के पर एक एनिमेशन फिल्म बनायी. सौम्यजीत ने वर्ष 1999 में माध्यमिक की परीक्षा पास की. उच्च माध्यमिक पास करने के बाद वह टेक्नोलॉजी में स्नातक करने बेंगलुरू चले गये.हालांकि पढ़ाई बीच में ही छोड़कर वह मुंबई गये और वहां एनिमेशन का काम सीखने लगे. उसके बाद वह फिर बेंगलुरू लौट आये.
यहीं देवलीना से उनकी जान पहचान हुई. बाद में दोनों परिणय सूत्र में बंधे. सौम्यजीत ने बताया कि एनिमेशन के अलावा रूद्रनील घोष एवं रजताभ दत्त अभिनीत ‘के’ सिनेमा में भी उन लोगों ने काम किया है. इसके अतिरिक्त न्यूजीलैंड, श्रीलंका, फ्रांस, अमेरिका व विश्व के अन्य देशों में भी उन्होंने काम किया है.