सिलीगुड़ी. गरमी का मौसम दस्तक दे रहा है और गरमी में पानी ही रक्षाकवच है. जहां एक ओर सिलीगुड़ी नगर निगम गरमी में पेयजल मुहैया कराने के लिए भरपूर कोशिश कर रहा है, तो दूसरी तरफ नगर निगम क्षेत्र के कुछ लोग पेयजल का दुरुपयोग कर रहे हैं. पेयजल की बरबादी और चोरी रोकने के लिए निगम बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन सिलीगुड़ी शहर में कई जगहों पर पानी की बरबादी हो रही है. कहीं-कहीं लोग टाइम नल में पाइप लगाकर गैरकानूनी तरीके से पानी ले रहे हैं. ऐसा ही एक नजारा सिलीगुड़ी के एक नंबर वार्ड स्थित कुलीपाड़ा इलाके में देखा गया.
कुलीपाड़ा इलाके में निगम के टाइम नल में पाइप लगाकर पेयजल को एक भवन के अंदर ले जाया जा रहा है. पूछने पर संबंधित मकान के मालिक जाफर अली नूरी ने बताया कि यह उनका अपना मकान नहीं, बल्कि मदरसा सह मस्जिद है. यहां करीब 75 शिक्षार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं. इसके अतिरिक्त लोग नमाज भी अदा करते हैं. टाइम नल नगर निगम की ओर से लगाया गया है. करीब दो वर्ष पहले नल का पाइप टूट गया और पानी सीधे नाले में बहने लगा. पेयजल की बर्बादी को रोकने के लिए टैप लगाने का आग्रह कई बार स्थानीय वार्ड पार्षद से किया गया, लेकिन वर्षों तक नल की स्थिति वैसी ही रही.
बाद में मदरसा संचालन कमिटी के सचिव ने पाइप लगाकर पानी को भीतर कर लेने का मशविरा दिया. इसके बाद एक पाइप खरीदकर बरबाद हो रहे पेयजल को मदरसे के अंदर कर लिया गया. पाइप टूटने की वजह से जो पानी पहले बरबाद होता था, अब वह मदरसे के शिक्षार्थी और नमाज अदा करने आये लोग उपयोग करते हैं. इस संबंध में मदरसा संचालन कमिटी के सचिव से संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया.
वार्ड में पेयजल, कचरा और नाले की सफाई को लेकर एक नंबर वार्ड की पार्षद मालती राय बार-बार आवाज उठाती रही हैं. लेकिन उपरोक्त मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने बताया कि टाइम नल का पाइप टूटने वाली घटना से उन्हें अवगत नहीं कराया गया है और ना ही पाइप लगाकर पेयजल को भवन के अंदर कर लेने की बात बतायी गयी है. प्रभात खबर से जानकारी मिलने के बाद वह मामले की जांच करेंगी और इस मामले को लेकर निगम के पेयजल विभाग से भी बात करेंगी.
सिलीगुड़ी नगर निगम के पेयजल विभाग के मेयर परिषद सदस्य शरदेंदु चक्रवर्ती ने बताया वे इस मामले से अनभिज्ञ है. कल ही एक विभागीय टीम जांच के लिए कुलीपाड़ा जायेगी. पता लगाने के बाद ही मामले पर विचार किया जायेगा.