वह सोमवार को सिलीगुड़ी कंचनजंघा क्रीड़ा हॉल में निखिल बंग महिला संघ की उत्तर बंगाल इकाई के बैनर तले आयोजित महिला सम्मेलन को प्रधान वक्ता के तौर पर संबोधित कर रहे थे. सम्मेलन के संबोधन के दौरान उन्होंने ममता पर तंज कसते हुए कहा कि ममता राज में सबसे अधिक चाय बागानों के श्रमिकों का शोषण हुआ है. खासकर महिला श्रमिकों, उनकी बच्चियों और बच्चों के साथ अत्याचार हो रहा है. तस्कर गिरोह सबसे अधिक चाय बागानों में ही सक्रिय है.
बागान श्रमिकों की भूखमरी का फायदा उठाकर यह गिरोह महिला, किशोरियों, बच्चियों और बच्चों को अपने जाल में फंसाकर दिल्ली, पंजाब, कोलकाता, मुंबई जैसे बड़े शहरों में या तो चकलों या फिर कल-कारखानों व घरेलू कामकाज करने के लिए बिक्री कर देते हैं. सम्मेलन के दौरान महिला संघ की ओर से राज्य समिति की सचिव श्रावणी भट्टाचार्य ने आवाज बुलंद करते हुए ममता सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि महिलाओं-बच्चों का अत्याचार-शोषण अब और सहन नहीं किया जायेगा. निखिल बंग महिला संघ के बैनर तले पूरे राज्य की महिलाओं द्वारा विभिन्न तरीकों से लगातार आंदोलन किया जायेगा. आज के सम्मेलन के दौरान उत्तर बंगाल के सात जिलों से भारी तादाद में महिलाएं शामिल हुई.