18 तारीख को ही नये चेयरमैन का चुनाव भी हो जायेगा. उल्लेखनीय है कि इंगलिश बाजार नगरपालिका में कुल सीटों की संख्या 29 है. इसमें तृणमूल कांग्रेस के 15 सदस्य हैं. वाम मोरचा के पास 8 तथा भाजपा एवं कांग्रेस के पास 2-2 सीटें हैं. दो निर्दलीय पार्षद भी यहां हैं. दिसंबर महीने में तृणमूल कांग्रेस के चेयरमैन कृष्णेन्दु चौधरी के खिलाफ पार्टी में असंतोष हुआ और उन्हें इस्तीफा देने के लिए बाध्य होना पड़ा था. हालांकि वह कुछ दिनों तक इस्तीफा देने के मूड में नहीं थे, लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें पद छोड़ने के लिए कहा.
एक दिसंबर को उन्होंने पार्टी का निर्देश मानते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उसके बाद 16 दिसंबर को बाबला सरकार नगरपालिका के अस्थायी चेयरमैन बने. इस बीच, कृष्णेन्दु चौधरी के खिलाफ मोरचा खोलते देख वाम मोरचा के पांच तथा दोनों निर्दलीय पार्षद तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये. इसके बाद तृणमूल की शक्ति और बढ़ गई. तृणमूल पार्षदों की कुल संख्या बढ़कर 22 हो गई है. पहले कृष्णेन्दु चौधरी तृणमूल में अपने समर्थक पार्षदों को लेकर विद्रोह करने की कोशिश में लगे हुए थे. श्री चौधरी को लग रहा था कि उनके समर्थक पार्षद यदि विद्रोह करें, तो वाम मोरचा तथा कांग्रेस के पार्षदों की सहायता से अपने पद पर बने रह सकते हैं, लेकिन उनके इस मंसूबे पर पानी फिर गया. वह अपनी कुर्सी अंत तक नहीं बचा पाये. मंगलवार को कार्यकारी चेयरमैन बाबला सरकार ने कहा है कि सभी पार्षदों को बैठक में उपस्थित रहने के लिए चिट्ठी दी गई है. उसी दिन नये चेयरमैन का चुनाव हो जायेगा.