यह कहना है आइआइएलएस के चेयरमैन जयजीत चौधरी का. वह शुक्रवार को सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान मीडिया को संबोधित कर रहे थे. श्री चौधरी ने कहा कि कलकत्ता हाह कोर्ट के कई जजों की मौजूदगी में पीड़ितों की दलिलें सुनने के बाद हाथोंहाथ आपस में सुलह कराने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस अदालत में बतौर अतिथि के रूप में हाइ कोर्ट के जज अनिरूद्ध बोस व जयमाल्या बाग्ची मौजूद रहेंगे. प्रेस-वार्ता के दौरान मौजूद वेस्ट बंगाल लीगल सर्विस ऑथोरिटी के सचिव मंडली के सदस्य अभिजीत सोम ने कहा कि ऐसे अस्थायी अदालत के जरिये अदालतों में वर्षों से लंबित पड़े मामलों का बोझ कम होगा.
साथ ही पीड़ितों को कानूनी दावपेंच से छूटकारा मिलेगा. श्री सोम ने आइआइएलएस लॉ कॉलेज के इस प्रयास की काफी सराहना की. प्रेस-वार्ता में मौजूद लॉ कॉलेज के सहायक प्रिंसिपल संजय भट्टाचार्य ने बताया कि कल दोपहर 2.30 बजे स्थानीय दागापुर स्थित लॉ कॉलेज कैंपस के सभाकक्ष में जज अनिरूद्ध बोस, जयमाल्या बाग्ची, पूर्व न्यायाधिश सौमित्र पाल, उत्तर बंगाल के वन विभाग के अधिकारी डॉ पीटी भुटिया व लॉ कॉलेज के चेयरमैन जयजीत चौधरी की मौजूदगी में जंगली जानवरों से जुड़े वन्य-प्राणी सुरक्षा कानून पर बहस होगी. साथ ही इस मुद्दे से जुड़े समस्याओं पर विचार-विमर्श भी किया जायेगा.